जानिए कब और किसने की थी नरेन्द्र मोदी को मारने की साजिश !
बात नरेंद्र मोदी की सुरक्षा की, तो उनकी जान को खतरा प्रधानमंत्री बनने के बाद से नहीं बल्कि उस दिन से है जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे,प्रधानमंत्री बनने से पहले भी नरेंद्र मोदी को दो बार जान से मारने का प्रयास किया गया है। लेकिन दोनों ही बार मोदी को मारने की साजिश कामयाब नहीं हुई। अमेरिकी आतंकवादी डेविड हेडली ने भारतीय अधिकारियों को शिकागो में बताया था कि गुजरात पुलिस से साथ मुठभेड़ में मारी गई इशरत जहां का ताल्लुक आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से था और वो उसकी मानव बम थी, जिसकों मानव बम के जरिए नरेंद्र मोदी को मारने का काम सौंपा गया था।
उस वक्त हुआ था जब वे पटना में भाजपा की चुनावी रैली को संबोघित करने वाले थे तब मोदी को मारने की साजिश की गई थी, रैली से पहले पटना के गांधी मैदान में सिलेसिलेवार कई घमाके हुए थे. उसमे 6 लोगों मारे गए थे जबकि 100 से अधिक घायल हुए थे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जान को खतरा तो भारतीय ही नहीं बल्कि विदेशी खुफिया एजेंसी भी इसको लेकर भारत को आगाह कर चुकी है।
यही वजह है कि नरेंद्र मोदी की सुरक्षा उनके पूर्ववर्ती प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तुलना में दोगुनी है। प्रधानमंत्री मोदी के दुश्मन देश के बाहर ही नहीं बल्कि अंदर भी मौजूद है।