जानिए एक सैन्य पत्नी के जीवन के 5 महत्वपूर्ण पहलुओं को
इंटरनेट डेस्क। मैं एक सैनिक की पत्नि हूं, जिसने हर अच्छे, बुरे स्वाद को पसंद किय है। बिना किसी ट्रेनिंग, बिना किसी कठिन टेस्ट को पास किये मुझे सैन्य पत्नि होने पर बेहद गर्व है। मेरा सहयोग जिस व्यक्ति के साथ है, वे मेरे पति है जो मुझे गर्व और खुशी से भर देते है।
सैन्य पत्नियां वह मूक रैंक है जो अपने पतियों द्वारा कर्तव्य के उस किले पर खड़ी है जब वे खुद कर्तव्यों पर होते है। सैनिक की पत्नि होना पूर्णकालिक नौकरी के समान है। हम अपने पतियों से सालों तक दूर रहती है, हम उस काले बक्से को साल भर तक पैक रखने में एक्सपर्ट है और इन सबके बीच हम सितारों की तरह पार्टी करने जैसी अफवाहो से भी निपटते है।
हमारे दोस्तों के पास कहने के लिए बहुत सी बातें होती है, जैसे- “आप इतने मजबूत कैसे हो?” और “आप ये कैसे करते हैं?” इन्हीं सबको देखते हुए हम सैन्य पत्नि के जीवन के उन 5 सत्यों को बता रहे है, जो शायद ही आमजन को पता है और शायद ही कभी सुने गए है।
1. ड्यूटी कॉल
यह बिल्कुल साफ है कि एक सैनिक के लिए अपना कर्तव्य सबसे ऊपर होता है। यह पति का पेशा भी है और नौकरी की मांग भी। हमारे लिए सेना ही पहली पत्नि है जो ध्यान देने व बार-बार इसे प्राप्त करने की मांग करती है। यह वो कॉल है जिसमें इस खतरनाक नौकरी में आप किसी छुट्टी या परिवार के लिए कोई योजना बनाने में भी समर्थ नहीं है, क्योंकि किसी भी वक्त फोन आ सकता है। है ना मुश्कील? लेकिन हम पत्नियां अपनी यात्रा में पति के प्रोफेशन व उनके सामने आने वाली चुनौतियों का सम्मान करना सीखते है। कभी-कभी हम अपने पतियों के साथ समय नहीं बिता पाते है, लेकिन इसके वितरीत हम उनके कर्तव्यों व प्रोफेसन पर गर्व महसूस करत है।
2. विभाजन आपके उत्साह का परीक्षण करेगा
नतीजन या तो आप एक माँ की तरह रहने से थक जाएंगी या आपको इस दूरी की वास्तविकता का पता चल जाएगा। हमारे कुछ दोस्त इस बात को कभी नहीं समझ सकते कि किस तरह हर 2 साल में 22 बक्सों में अपनी जिंदगी को पैक करना व एसएफ (एक अलग ही परिवार) में जाना कितना मुश्कील है। यह एक ऐसा समय है जिसे हर पत्नि उतनी ही नफरत करती है जितना की एक घातक हमले से। अलगाव इतना आसान नहीं होता है, बेशक हम अपने पतियों को बेहद याद करते है, लेकिन जींदगी को आगे बढ़ाना पड़ता है और यह वो बात है जिसका कोई अंत नहीं है। करूणा ना दे हमें इसकी जरूरत नहीं है, केवल फ्रेंडली बने।
3. पत्नियों का अनुक्रम
यह सबसे विवादास्पद विषय है। कुछ पत्नियां अपने पति की रैंक को ऐसे पहनती है जैसे कि ये उसने खुद कमाई है। इसके साथ ही एक सच यह भी है कि वर्तमान शताब्दी के लिए अधिकतर पत्निया उपयुक्त नहीं दिखती (इसलिए सैना पत्निया क्लब विचार से नफरत करती है) है। मेरी ये इच्छा है कि हम हर स्थिति में एक दूसरे का सम्मान करे और किसी के प्रति कठोर भावना ना रखें। लोगों को यह नहीं पता कि पत्निया सेना में एक समर्थन ग्रुप बनाती है। मैंने सेना पत्नी सर्कल में ऐसे दोस्त बनाए हैं कि मैं दुनिया में किसी भी चीज़ के लिए व्यापार नहीं करूंगी। और यह दोस्ती उम्र के उस पड़ाव तक पहुंच जाती है जहां हम फोन नंबर बदलने से भी बचते है। हम अपने अद्वितीय परीक्षणों व कष्टों को देखते हुए एक दूसरे का समर्थन करते है। इसके साथ ही तहज़ीब की कक्षा से बंधे है।
4. लगातार चल रहा है
आपने इसके बारें में सिर्फ सुना है, लेकिन जब तक सैन्य पत्नि नहीं बन जाते तब तक इसे समझ नहीं सकते। यहां बात पैकिंग और अनपैकिंग, टूटी क्रॉकरी या क्रिस्टल के बारे में नहीं हो रही है, यहां बात दोस्तो के हिस्से को छोड़ने, करियर व बच्चों की अच्छी शिक्षा की हो रही है। इसके अलावा और भी कुछ मुद्दे हैं जैसे एक नया टेलर ढ़ूढना व हर 2 साल में अपना फोन नंबर बदलना। लेकिन हम सैन्य पत्नियां अलग होने व चलने से निपटना सीख जाती है। कई बार हम नए स्थान की प्रतीक्षा में अपने पीछे एक हिस्सा छोड़ देते है।
5. हमारे बच्चे सबसे अच्छे हैं
वास्तव में सेना के बच्चे अद्भुत होने के साथ-साथ काफी मजबूत भी होते है। ये लचीले, आत्मविश्वासी, शर्मीलें होने के साथ ही अच्छी तरह से समायोजन करने में सक्षम होते है। नई जगह, नए दोस्त, नए जीवन का जीवन कौशल उन्हें आसानी से आता है। प्रोपर सेना लिंगों में, ये बच्चे आसानी से परिवर्तन के लिए अनुकूल हैं, साथ ही ये बच्चे प्रेरणा और भय का एक स्त्रोत है। जिन्हें बारीकी से देखने पर बहुत कुछ सीखा जा सकता है।
वास्तव में, वे अद्भुत हैं। सेना के बच्चे मजबूत होते हैं - कभी-कभी हमारे मुकाबले मजबूत होते हैं। वे लचीला हैं। वे अच्छी तरह से समायोजित, आत्मविश्वास और ग्रेगरीय हैं - यहां तक कि शर्मीली भी। एक नई जगह, नए दोस्तों और एक नया जीवन लेने का जीवन कौशल उनके लिए आसानी से आता है। या उचित सेना लिंगो में, हमारे बच्चे आसानी से परिवर्तन के लिए अनुकूल हैं। वास्तव में यह हाइलाइट होना चाहिए, वास्तव में, क्योंकि सेना के बच्चे प्रेरणा और भय का निरंतर स्रोत हैं। उन्हें बारीकी से देखें, सीखने के लिए बहुत कुछ है।