इंटरनेट डेस्क। दोस्तों आपको बता दे की शौर्य चक्र भारत का शांति के समय वीरता का पदक है। यह सम्मान सैनिकों और असैनिकों को असाधारण वीरता या प्रकट शूरता या बलिदान के लिए दिया जाता है।

यह मरणोपरान्त भी दिया जा सकता है। वरियता में यह कीर्ति चक्र के बाद आता है।दोस्तों आपको बता दे की 9वीं बटालियन पैराशूट रेजिमेंट विशेष बल-नायक नरेंद्र सिंह राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्वारा ‘शौर्य चक्र’ हासिल करते हुए।

दोस्तों आपको बता दे की 25 जून 2017 को प्रातः पौने पांच बजे जम्मू और कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के नजदीक उनकी सैन्य टुकड़ी ने हथियारबंद आतंकियों की पहचान की। चुनौती पाकर शत्रुओं ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी और घनी झाड़ियों में बिखर गए। नायक नरेंद्र सिंह का दल एक चट्टान के पीछे छिपे तीन शत्रुओं की भारी गोलीबारी के बीच आ गया।

दोस्तों आपको बता दे की गंभीर खतरे को भांपते हुए नायक नरेंद्र सिंह ने उत्कृष्ट साहस का परिचय देते हुए मोर्चा संभाल लिया। अपने आप को घिरा हुआ पाकर शत्रुओं ने भागते हुए गोलीबारी की परन्तु इस गोलीबारी से निर्भीक नायक नरेंद्र सिंह ने एक शत्रु को मार गिराया और नजदीकी मुकाबले में अन्य दो को गंभीर रूप से घायल कर दिया। नायक नरेंद्र सिंह ने कर्तव्यनिष्ठा, संयम तथा निर्भीकता से दुश्मन का मुकाबला किया।

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