रियलिटी शो बिग बॉस-6 में भाजपा के पूर्व वरिष्ठ नेता तथा वर्तमान में पंजाब के अमरिंदर सरकार में मंत्री नवजोत सिंह ने बतौर प्रतिभागी हिस्सा लिया था, लेकिन बीच में ही सिद्धू को यह शो छोड़ना पड़ा था। हांलाकि बिग बॉस-5 में भी हिस्सा लेने के लिए उन्होंने पुरजोर कोशिश की थी, लेकिन इस बात के लिए भाजपा से उन्हें परमिशन नहीं मिली थी।

बिग बॉस सीजन-6 में एंट्री लेने से पहले ही मीडिया चैनलों पर यह खबर जोरों से चली थी, उन्होंने इस रियालिटी शो में एंट्री लेने से पहले ही 4 करोड़ रूपए ले लिए थे। हांलाकि सिद्धू ने यह शो पहले ही छोड़ दिया था क्योंकि गुजरात विधानसभा चुनाव में उस समय नरेंद्र मोदी के पक्ष में चुनाव प्रचार करने के लिए भाजपा ने उन्हें बिग बॉस के घर से बुला लिया था।

इस बारे में पत्रकारों के पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा था कि जब कोई जनरल हुक्म देता है तो सिपाही को मोर्चे पर खड़ा होना ही पड़ता है। उन दिनों ऐसा माना गया था कि गुजरात चुनाव में नरेंद्र मोदी को विजयी बनाने के लिए नवजोत सिंह सिद्धू की सिद्ध वाणी बहुत जरूरी है।

बिग बॉस के शो में नवजोत सिंह सिद्धू सचमुच बॉस बन बैठे थे। सिद्धू की पत्नी ने यह बयान दिया था कि बिग बॉस के घर में इतना लंबा वक्त गुजारने के बारे में नवजोत ने कभी सोचा तक नहीं था, लेकिन यह सब उलटा हो गया। सिद्धू ने सोचा था कि बिग बॉस के दूसरे प्रतिभागी उन्हें कैसे झेलेंगे लेकिन वह इस शो के संरक्षक बन बैठे थे। उनके नेतृत्व में कोई कमी नहीं है। लेकिन जब बीजेपी ने जब उन्हें यह शो छोड़कर दोबारा पार्टी ज्वाइन करने का बुलावा भेजा तो यह बात पक्की हो गई कि गुजरात के चुनावी युद्ध मैदान में सचमुच उनकी जरूरत है।

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