सर्विस बिफोर सेल्फ के सिद्धांत पर कार्य करती हैं भारतीय सेना, जानें कैसे
सन 1947 में आजादी मिलने के बाद भारतीय सेना की हासिल की गई उपलब्धियों पर दुनिया गर्व कर रही हैं। हमारी भारतीय सेना ने कई ऐसी उपलब्धियां अपने नाम की हैं, जिन पर प्रत्येक भारतवासी गर्व कर रहा हैं। सीमा में घुसने वाले दुश्मनों के दांत खट्टे करने वाली हमारी भारतीय सेना आज विश्व की चौथी सबसे बड़ी सैन्य ताकत हैं। आज पूरा देश आजादी की 72 वीं वर्षगाँठ बना रहा हैं। दिल्ली के लाल किले पर सेना के हैरतअंगेज करतब देखने को मिलेंगे।
15 जनवरी को पूरा देश भारतीय सेना दिवस के रूप में मनाता है। भारतीय सेना का नीति-वाक्य है, सर्विस बिफोर सेल्फ। इस शब्द का अर्थ हैं 'खुद से पहले दूसरों की सेवा', हमारी भारतीय सेना प्राकृतिक आपदाओं से लेकर मानव निर्मित आपदाओं तक देश की आम जनता के साथ हर विकट परिस्तिथियों में खड़ी रहती हैं। शौर्य, वीरता और परक्रम का दूसरा नाम कहलाने वाली भारतीय सेना ने आजादी के बाद कई बड़े कारनामे किये हैं।
उदारहण के लिए 2004 में सुनामी, 2005 का कश्मीर भूकंप, 2013 की उत्तराखंड बाढ़, 2014 में कश्मीर बाढ़, 2015 में नेपाल भूकंप में बचाव कार्य आदि ऐसे समाजपयोगी कार्य हैं, जिन्हें हमें याद रखना चाहिए। ये कुछ ऐसे अभियान थे जिन्हें देखकर या सोचकर या फिर समझने मात्र से हमारे रौंगटे खड़े हो जाते हैं। इन विकट समस्याओं से निपटने वाली भारतीय सेना ही थी, जिसपर हमें और आपको हमेशा गर्व करना चाहिए।