भारत की स्पेशल फोर्स है एनएसजी, आहट मिलते ही दुश्मन का खात्मा कर देते हैं इसके कमांडो
भारत की 9 स्पेशल फोर्सेज में से एक एनएसजी कमांडो की फुर्ती हर किसी को हैरान कर देती है। इस स्टोरी में हम आपको एनएसजी कमांडो के बारे में कुछ अहम बातें बताने जा रहे हैं।
- एनसीजी कमांडो का नाम देश के हर आदमी की जुबां पर होता है। एनएसजी कमांडो मशीन की तरह निशाना लगाने में माहिर होते हैं, तथा इन्हें कई कठिन अभ्यासों से होकर गुजरना पड़ता है।
- एनएसजी यानि राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड गृह मंत्रालय के अधीन काम करता है। एनएसजी का मुख्य कार्य आतंकी गतिविधियों से देश की आंतरिक सुरक्षा को चुस्त-दुरूस्त रखना होता है।
- एनएसजी की स्थापना साल 1984 में की गई। आतंकी हमलों को रोकने के लिए ही एनएसजी की स्थापना की गई। बीते वर्षों में एनएसजी ने ऐसे कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं, जिससे इस फोर्स की साख, विश्वास और निष्ठा बढ़ी है।
- एनएसजी का यूनिफॉर्म काले रंग का होता है। इस वजह इन्हें ब्लैक कैट कमांडो भी कहा जाता है।
- एनएसजी कमांडो की शुरुआती ट्रेनिंग 90 दिनों की होती है। ये ट्रेनिंग खत्म करने के बाद नौ महीने की अतिरिक्त ट्रेनिंग से गुजरना पड़ता है।
- 9 महीने की ट्रेनिंग खत्म करने के बाद अगले राउंड की ट्रेनिंग इतनी टफ होती है कि करीब 70 फीसदी कमांडो बाहर निकल जाते हैं। जो सैनिक मापदंडों पर खरा उतरते हैं, उन्हें ही एनएसजी में शामिल किया जाता है।