अमेरिका की धमकी को नजरअंदाज कर भारत ने रूस से किया एस-400 मिसाइल सौदा
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भारत में दो दिवसीय दौरे पर आए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच शुक्रवार को राजनयिक वार्ता के बाद कुल 8 अहम समझातौं पर हस्ताक्षर हुए। इसमें एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम पर होने वाला समझौता बेहद खास माना जा रहा है।
आपको बता दें कि व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे से पहले अमेरिका ने यह चेतावनी दी थी कि रूस से एस-400 मिसाइल सिस्टम खरीदने पर वह प्रतिबंध लगा देगा। इस अमेरिकी धमकी को नजरअंदाज कर भारत ने रूस के साथ एस-400 मिसाइल सिस्टम पर हस्ताक्षर कर लिए हैं।
शुक्रवार को हुए साझा प्रेस वार्ता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में साथ मिलकर काम करने की घोषणा की। इस डील के तहत भारत अपने मित्र देश रूस से एस-400 मिसाइल सिस्टम के 5 सेट खरीदेगा। इन दोनों नेताओं के बीच शुक्रवार को हैदराबाद हाउस में डेलिगेशन लेवल पर वार्ता हुई।
पीएम मोदी का बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम एक ऐसे देश के राष्ट्रपति का स्वागत कर रहे हैं, जिसके साथ हमारे अद्भुत संबंध हैं। उन्होंने कहा कि तेजी से बदलती दुनिया में हमारे संबंध काफी अहम हैं। पीएम मोदी ने कहा कि रूस के साथ अपने संबंधों को भारत हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। उन्होंने यह भी कहा कि अब हमारा अगला मिशन गगनयान को अंतरिक्ष में भेजना है,जिसमें रूस हमारी पूरी मदद करेगा।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन का बयान
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि दोनों देशों के बीच 2025 करीब 30 बिलियन डॉलर तक के व्यापारिक संबंध होंगे। इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में भारत में रूस की कंपनियां काम करने को तैयार हैं। पुतिन ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की चिंताओं से रूस पूरी तरह से सहमत है। आतंकवाद विरोधी अभ्यास में रूस और भारत एक दूसरे की पूरी मदद करेंगे। भारत में रूसी सैलानियों की संख्या में बढ़ोतरी दोनों देशों के रिश्तों को मजबूती प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि भारत के छात्रों के लिए रूस स्कॉलरशिप देगा।