रूस के युद्धक हेलिकॉप्टर कामोव को खरीदने के लिए इस नतीजे पर पहुंच चुका है भारत
भारत सरकार अब रूस से 200 कामोव केए 226-टी सैन्य हेलिकॉप्टर खरीदने का मसौदा पूरी तरह से तैयार कर चुकी है। बता दें कि डील के तहत रूस की कंपनी आरएच और भारत की कंपनी एचएएल का यह साझा प्रोजेक्ट है।
आपको याद दिला दें कि साल 2015 में पीएम मोदी जब मास्को यात्रा पर गए थे, तभी इस सौदे को लेकर दोनों देश के बीच हस्ताक्षर हुए थे। इसके बाद अक्टूबर 2016 में भारत और रूस ने ताकतवर हेलिकॉप्टर कामोव के लिए आरएच और एचएएल एक संयुक्त उपक्रम स्थापित करने के लिए समझौते को अंतिम रूप दिया।
जून, 2018 में प्रकाशित खबरों के अनुसार, जल्द ही 200 कामोव केए 226-टी युद्धक हेलिकॉप्टर्स भारत को मिलेंगे। बताया जा रहा है कि रूसी हेलिकॉप्टर कोमोव भारतीय सेना के चेतक और चीता हेलीकॉप्टरों की जगह लेंगे, जो कि अब पुराने पड़ चुके हैं।
रूसी हेलिकॉप्टर कामोव इंडियन आर्मी तथा एयरफोर्स को उपलब्ध कराए जाएंगे। खबरों के मुताबिक, करीब 60 कामोव-226टी हेलिकॉप्टर से तैयार हालत में मिल जाएंगे, जबकि 140 हेलिकॉप्टर्स का निर्माण भारत में ही किया जाएगा। इस स्टोरी में हम आपको बताने जा रहे हैं कामोव हेलिकॉप्टर की खासियत।
- कामोव हेलिकॉप्टर की अधिकतम रफ्तार 250 किलोमीटर प्रति घंटे है।
- यह ताकतवर हेलिकॉप्टर एक बार में 600 किलोमीटर तक उड़ान भरने की क्षमता रखता है।
- हेलिकॉप्टर कामोव विपरीत परिस्थितियों यानि पहाड़ी इलाकों में हमले करने तथा उड़ान भरने में सक्षम है।
- यह अत्याधुनिक हेलिकॉप्टर करीब 20 हजार फीट से ज्यादा ऊंचाई पर उड़ान भर सकता है।
- क्रू मेंबर के अलावा हेलिकॉप्टर कामोव में 7 यात्री जा सकते हैं।
गौरतलब है कि भारत ने रूस के साथ एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम एस-400 की सौदबाजी की है। अमेरिकी निर्देशों को दरकिनार कर भारत इस अहम सौदे को अपने नाम करने में सफल रहा।