इंटरनेट डेस्क। भारतीय सेना के सीमा सड़क संगठन विभाग के नाम कई लंबी सड़कें तथा पुल निर्माण करने का रिकॉर्ड दर्ज है। आपको बता दें कि बीआरओ के जवान शून्य डिग्री तापमान में भी रोहतांग, जोजिला, तांगलांगला तथा बारालचलाला दर्रों से सेना तथा नागरिकों की आवाजाही के लिए बर्फ हटाने का काम करते हैं।

चाहे आपरेशन विजय हो या फिर साल 2008 में अफगानिस्तान के डेलाराम-जाराज में 215 किमी. लंबी सड़क का निर्माण, भारतीय सेना के इस कोर ने अपनी अहम भूमिका अदा की है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय सेना के बीआरओ ने सदियों पुराना सपना साकार कर दिया है। जी हां, साल 2010 में शुरू हुई 9 किमी. लंबी रोहतांग सुरंग को बीआरओ ने बनाकर तैयार कर दिया है।

लाहुल स्पीति के नागरिक इस सुंरग के बनते ही अपनी खुशी जाहिर करने से नहीं चूक रहे हैं। इतना ही नहीं रोहतांग सुरंग के बन जाने से भारतीय सैनिक अब किसी भी मौसम में पाकिस्तान तथा चीन से सटी भारतीय सीमा पर कभी भी पहुंच सकते हैं। यहां तक कि लेह-लद्दाख पर तैनात भारतीय सैनिकों तक पहुंचना अब बड़ी बात नहीं रही।

गौरतलब है कि रोहतांग सुरंग बनने के बाद लाहुल स्पीति की दूरी करीब 48 किमी. कम हो चुकी है। यह लंबी रोहतांग सुरंग देश के नाम साल 2019 में समर्पित की जाएगी। कठिन परिस्थितियों में इस सुरंग के जरिए भारतीय सेना तक रसद पहुंचाना बिल्कुल आसान हो चुका है।

Related News