केंद्र सरकार ने 25 मार्च से देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान किया। तीन सप्ताह के लिए घोषित लॉकडाउन की मियाद 14 अप्रैल को पूरी हो रही थी, लेकिन इसे बढ़ाकर 3 मई कर दिया गया। केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकारों ने भी माना कि लॉकडाउन का सकारात्मक असर हो रहा है और इससे कोरोना को खास क्षेत्र तक सीमित रखने में मदद मिल रही है।

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लेकिन अब लोगो के बीच सवाल ये है कि क्या देश में 3 मई के बाद भी बढ़ेगा लॉकडाउन, इस बात का पता अब 27 अप्रैल के बाद ही चैलेगा ,वैसे शुक्रवार को केंद्र सरकार ने कहा कि अगर लॉकडाउन लागू नहीं किया जाता तो आज भारत में 1 लाख लोगों तक कोरोना वायरस का संक्रमण पहुंच गया होता। यानी, मौजूदा 23 हजार की संख्या के 4 गुना से ज्यादा।

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कोरोना संकट से निपटने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से बनाए गए पहले एंपावर्ड ग्रुप के चेयरमैन और नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि लॉकडाउन ने कोरोना मरीजों की संख्या दोगुनी होने की रफ्तार भी थाम ली। उन्होंने आगे कहा, ‘लॉकडाउन लागू नहीं किया जाता तो कोविड-19 के मामले एक लाख तक हो सकते थे, लेकिन भारत में अभी यह महामारी नियंत्रण में है।’

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