मध्यप्रदेश के ग्वालियर, मेरठ, भिंड, मुरैना के बीहड़ कभी डाकूओं के खौफ से थर्रा उठते थे। इन इलाकों में डकैत कभी भी आ धमकते थे, इसके बाद घर के मर्दों की सहायता से जेवर-पैसा छीनकर ले जाते थे। दोस्तों, आपको बता दें कि इन बीहड़ों में खूंखार डकैतों के बीच कुछ ऐसी महिला डकैत भी थीं, जिनकी खूबसूरती और खौफ से पूरा इलाका खौफ में जीता था।

1 - फूलन देवी


फूलन देवी वह प​हली महिला डकैत हैं, जिन्होंने मर्दों की यातनाएं झेली थीं। लेकिन नैन-नक्श बढ़िया होने के चलते यह दस्यु संदुरी कही जाने लगीं। डाकू विक्रम मल्हार फूलन देवी से प्रेम करने लगा था, लेकिन एक घटना में उसकी मौत हो गई थी। उसके बाद फूलन ने विक्रम की बंदूक थाम ली और अपने साथ बचपन के दिनों में हुए दुराचार का बदला भी लिया। इसके बाद जेल में उमेद सिंह से फूलन देवी की मुलाकात हुई। कुछ मुलाकातों के बाद उमेद सिंह भी दस्यु सुंदरी फूलन देवी के प्यार में पड़ गए। इसके बाद दोनों ने शादी कर ली।

2 - पुतलीबाई


चंबल के इतिहास में फूलन देवी के बाद सुल्ताना डाकू का भी लोगों के बीच काफी खौफ रहा। उन दिनों मुरैना के आस पास के गांवों में पुतलीबाई के नृत्य की चर्चा जोरों पर थी। वह लोगों की शादियों में नाचती-गाती थी। सुल्ताना डकैत अक्सर शादी-ब्याह वाले घरों में लूट पाट करता था। एक शादी में ही उसने नर्तकी पुतलीबाई को नाचते हुए देखा था। वैसे महिलाएं डकैतों के नाम सुनकर ही डर जाती थीं, लेकिन ठीक इसके विपरीत पुतलीबाई सुल्ताना से नहीं डरी।

इसके बाद डकैत सुल्ताना अक्सर पुतलीबाई को नाचने के लिए बुलाने लगा। मुलाकात का यह सिलसिला कुछ दिनों तक चलने के बाद इन दोनों के बीच प्यार हो गया। इसके बाद पुतलीबाई नर्तकी से डकैत बन गई। पुतलीबाई ने बंदूक चलाना और डकैती करना सीखा। पुतलीबाई ने अपना दबदबा कायम करने के लिए एक ही रात में 11 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। सुल्ताना और पुतलीबाई के बीच शादी होने से पहले पुलिस ने एक मुठभेड़ में दोनों को मार गिराया।

3- सरला जाटव


राजस्थान, मप्र, उत्तप्रदेश में डाकू निर्भय सिंह गुज्जर की तूती बोलती थी। इस डकैत को अपनी मौत से भी डर नहीं था। लेकिन निर्भय को अपने जीवन में सिर्फ एक बार प्यार हुआ, उसका प्यार थी सरला जाटव। दोस्तों आपको बता दें कि डकैतों के गिरोह ने 11 साल की उम्र में ही सरला का अपहरण कर लिया था। इसके बाद बड़ी होने पर निर्भय को सरला की खूबसूरती रास आने लगी।

दोनों के प्यार के बाद डकैतों के खेमे में निर्भय सिंह गुज्जर की तरह ही सरला का भी सम्मान होने लगा। निर्भय सिंह की मौत के बाद गिरोह की कमान सरला ने अपने हाथों में ले ली। सरला को रे-बैन गॉगल्स और जीन्स का काफी शौक था। निर्भय जब भी खरीददारी करने के लिए जाता था वह सरला के लिए यह दोनों चीजें खरीदकर जरूर ले आता था। मुखबिर की सूचना पर बाजार में पुलिस ने सरला को गिरफ्तार किया था।

4 - अनीसा बेगम
अनीसा बेगम के डकैत बनने की कहानी थोड़ी अलग है। वह जितनी खूबसूरत थी उतनी ही खौफनाक भी। लाठी और तलवारबाजी में माहिर अनीसा बंदूक तो खिलौने की तरह चलाती थी। जब डैकतों में सलीम और अनीसा के बीच झगड़ा हुआ तब आधे से अधिक गिरोह अनीसा के खेमे में चले गए थे। अनीसा ने उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश में दर्जनों डकैतियों को अंजाम दिया। अनीसा ने अपनी लूटपाट से पुलिस की नाक में दम कर रखा था।

5 - सीमा परिहार


डकैत सीमा परिहार की हंसी और खौफ से पूरा बीहड़ कांप उठता था। यूपी के ठाकुर परिवार में जन्मी सीमा का महज 13 साल की उम्र में ही डकैत लाला राम और कुसुमा नाईन ने अपहरण कर लिया था। इसके बाद उसे घर जाने का मौका मिला, लेकिन उसे डकैतों का गिरोह रास आ चुका था। सरला जाटव के दीवाने निर्भय गुर्जर ने कभी सीमा परिहार से शादी की थी। लेकिन निर्भय की सीमा से नहीं बनी और दोनों अलग हो गए। लाला राम के गिरोह के साथ कई डकैतियां करने के बाद सीमा परिहार ने पुलिस के सामने 30 नवंबर, 2000 को आत्मसमर्पण कर दिया। जब कि इससे पहले ही 18 मई 2000 को पुलिस ने डकैत लाला राम को मुठभेड़ में मार गिराया था।

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