इंटरनेट डेस्क। इंदिराः द लाइफ ऑफ इंदिरा नेहरू गांधी के लेखक कैथरीन फ्रेंक ने लिखा है कि फिरोज और इंदिरा गांधी सार्वजनिक रूप से शादी करने से पहले ही दांपत्य जीवन की तरह रहने लगे थे। एक बार इंदिरा गांधी ने जब अपने पिता से कहा कि वह फिरोज से प्यार करती हैं और उनसे शादी करना चाहती हैं, तब पंडित नेहरू ने सीधे तौर पर बेटी इंदिरा की बात को नकार दिया था। पूरा नेहरू परिवार इस शादी के विरूद्ध था।

मथाई लिखित पुस्तक में भी यह बातें सामने आती हैं कि पद्मजा नायडु ने पंडित नेहरू से कहा था कि अब आपकी बेटी बड़ी हो चुकी है, अगर वह शादी करना भी चाहे तो आप रोक नहीं पाएंगे। इसलिए इस शादी की अनुमति आपको दे देनी चाहिए। ऐसे में जवाहर लाल नेहरू ने इंदिरा और फिरोज की शादी को मूक स्वीकृति प्रदान कर दी।

कैथरीन फ्रेंक अपनी किताब इंदिराः द लाइफ ऑफ इंदिरा नेहरू गांधी में लिखते हैं कि फिरोज गांधी बिंदास जिंदगी जीने वाले शख्स थे। वह इंदिरा गांधी से शादी के बाद भी अन्य महिलाओं के साथ भी रोमांटिक रिश्तों में रहे। बाद उन दिनों की है जब साल 1941 में इंदिरा गांधी के गर्भ में राजीव गांधी पल रहे थे। इंदिरा को जैसे ही पता चला कि उनके पति फिरोज का किसी महिला के अफेयर है, तो वह दुखी होकर उनकी इस बेवफाई से दूरियां बनानी शुरू कर दी।

कैथरीन फ्रेंक के मुताबिक, फिरोज गांधी के रोमांटिक रिश्ते संसद की ग्लैमर गर्ल के नाम से पॉपुलर तारकेश्वरी सिन्हा तथा सांसद सुभद्रा जोशी के साथ भी रहे। इसके अलावा आल इंडिया रेडियो में काम करने वाले एक खूबसूरत नेपाली तलाकशुदा महिला भी फिरोज की गर्लफ्रेंड्स में शामिल थी।

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