भारत के दुश्मन देशों पर अकेले ही भारी पड़ेगा लड़ाकू विमान राफेल, यह है असली वजह
इंडियन एयरफोर्स, नेवी और थल सेना से जुड़ी रोचक खबरों के लिए हमें फॉलो करें, यह खबर आपको कैसी लगी, कमेंट करके हमें बताएं।
इस बात को सभी जानते हैं कि देश में लोकसभा तथा कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर विपक्षी राजनीतिक पार्टियां अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए लड़ाकू विमान राफेल को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशान साध रही हैं। जबकि ठीक इसके विपरीत भारतीय वायुसेना के सीनियर अफसरों का ऐसा मानना है कि राफेल की खरीद से देश की सैन्य ताकत में कई गुना इजाफा हो जाएगा।
दोस्तों, मध्य वायु कमान के एयर वाइस मार्शल राजेश इस्सर के मुताबिक, सेना में राफेल के शामिल होते ही हवाई हमले में भारत अपने दुश्मन देशों को हरा सकता है। उन्होंने राफेल खरीददारी से जुड़े सवालों के जवाब में कहा है कि वर्तमान समय में दुनिया के लड़ाकू विमानों में एस-35 के बाद राफेल सबसे उत्कृष्ट विमान है। इसलिए इस वक्त भारत को लड़ाकू विमान राफेल की सख्त जरूरत है। ऐसा करने से इंडियन एयरफोर्स को काफी मजबूती मिलेगी।
विपक्ष सहित कांग्रेस द्वारा राफेल की खरीददारी में घोटाले के प्रश्न पर वायुसेना के एयर वाइस मार्शल का कहना है कि राफेल की खरीद बिल्कुल सही है। यूपीए में इस विमान को सस्ते में सौदे होने की बात पर उन्होंने कहा कि यह मामला उतना सीधा नहीं है, जितना कि बयानबाजी की जा रही है।
सर्जिकल स्ट्राइक में हम भी सर्वश्रेष्ठ
एयर वाइस मार्शल राजेश इस्सर ने कहा कि सटीक और सफल सर्जिकल स्ट्राइक के मामले में केवल इजराइल सबसे आगे था, लेकिन पाकिस्तान में घुसकर थल सेना का पहला सर्जिकल स्ट्राइक गौरव के लायक है। उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध के दौरान वायुसेना ने ऊंचाई पर डटे दुश्मनों के खेमे पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी। हांलाकि ऐसा हमारी भूमि पर ही हुआ था।