नई दिल्ली: एक बार ठंड और बारिश की मार इस पर पड़ी, लेकिन सारा दबाव झेलने के बाद भी किसान दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर डटे हुए हैं। नए कृषि कानूनों के खिलाफ हड़ताल पर बैठे किसान संगठन किसी भी कीमत पर कानून को निरस्त करने से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। सरकार और किसान संगठनों के बीच कई दौर की बैठकें भी हुई हैं, जिनमें कोई ठोस परिणाम नहीं मिले हैं।

इस बीच, टिकारी सीमा पर एक और आंदोलनकारी किसान की मौत हो गई। 58 वर्षीय किसान की दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई। मृतक किसान जुगबीर हरियाणा के जींद का निवासी था और एक दिन पहले ही आंदोलन में शामिल हुआ था। जानकारी के अनुसार, घर से निकलते समय उन्होंने कहा कि मैं सीमा पर जा रहा हूं। आज सुबह टिकारी सीमा पर दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया।

किसान दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर फंस गए हैं। आंदोलन के दौरान अक्सर किसान की मौत की खबर आती है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, अब तक विभिन्न सीमाओं पर 40 से अधिक किसानों की मौत हो चुकी है। मृतकों में ज्यादातर बुजुर्ग किसान शामिल हैं। इन मौतों के कारण किसान संगठनों में सरकार के प्रति नाराजगी बढ़ रही है। उनका कहना है कि सरकार पूरी तरह असंवेदनशील हो गई है।

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