भारत का दूसरा मिशन चंद्रयान-2 लॉन्च हो चूका है, इस मिशन को सफलता मिलने के बाद भारत चांद पर ऐसा करने वाला पहला देश बन जायेगा। आपको बता दे कि चंद्रयान-2 चांद के साउथ पोल पर लैंड करेगा। अभी तक कोई भी देश चांद के इस छोर पर नही पहुंचा है। अगर ये मिशन सफल होता है तो भारत इतिहास रच देगा।

चंद्रयान-2 की लागत अरब 943 करोड़ की बताई जा रही है। जो की स्पेस मिशन के हिसाब से काफी कम लागत की है। इसी वजह से ISRO का नाम दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्पेस एजेंसी नामों में शामिल है। चंद्रयान-1 में सिर्फ ऑर्बिटर शामिल था जो कि चांद के चक्कर लगा रहा था। चंद्रयान-2 में इस बार रोवर, लैंडर और ऑर्बिटर शामिल है।


चंद्रयान-2 की लैंडिंग के बाद रोवर चांद के वातावरण में आसानी से घूम सकेगा और इसकी तस्वीरें और जानकारी ISRO को देगा। भारतीयों के लिए ये एक गर्व की बात है। क्योंकि सबसे काम लागत में हमने मंगल पर सफलता पाई थी। साथ ही में चांद में पानी की खोज भी ISRO ने ही कि थी। अब देखना ये होगा कि चंद्रयान-2 चांद की और कौनसी कौनसी सच्चाई सामने लाता है।

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