मोदी सरकार ने ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़े एक नियम में बड़ा बदलाव किया है। ये बदलाव उन लोगों के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा जो कि पढ़े लिखे नहीं हैं। तो आखिर मोदी सरकार ने इस से जुड़ा क्या फैसला लिया है?

दरअसल, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस के लिए मिनिमम एजुकेशन क्वालिफिकेशन को अब खत्म कर दिया है।

मंत्रालय के नोटिफिकेशन के मुताबिक अब यदि कोई व्यक्ति ड्राइविंग लाइसेंस बनवाता है तो उसके लिए 8वीं पास शैक्षणिक योग्यता होना जरुरी नहीं है। मोदी सरकार का ये फैसला वाकई में कई लोगों को राहत देगा। अब तक लाइसेंस के लिए 8वीं तक की शैक्षणिक अनिवार्यता जरूरी रही है।

कैबिनेट मंत्री नितिन गडकरी ने ऑफिशियल ट्वीटर अकाउंट पर लिखा- समाज के कम पढ़े-लिखे और गरीब लोग ड्राइविंग से रोजगार की संभावना तलाशते हैं। सरकार ने 8वीं तक की पढ़ाई की अनिवार्यता हटा दी है इस से रोजगार नहीं रुकगी और ट्रांसपोर्ट सेक्टर में भी 22 लाख से अधिक ड्राइवरों की कमी है, इससे लाखों जिंदगीयां बेहतर हो सकती हैं।

किसे मिलेगा लाइसेंस
अब यदि कोई व्यक्ति ड्राइविंग के लिए टेस्ट को पास कर लेता है तो उसे लाइसेंस मिल जाएगा। इसके अलावा लोगों को ड्राइविंग की ट्रेनिंग देने के लिए भी सरकार ने 2 लाख स्‍किल सेंटर भी खोलने का ऐलान किया गया है।

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