सबरीमाला की टूटी परंपरा - दो महिलाओं के दर्शन के बाद मंदिर का शुद्धिकरण
आज सुबह दो महिला भक्तों ने सबरीमाला मंदिर में भगवान अयप्पा के दर्शन करके सालों पुरानी परंपरा तोड़ दी। बिंदु और कनकदुर्गा नाम की इन महिला भक्तों ने सुबह 3:45 बजे मंदिर में जाकर दर्शन कर लिए। जिसके बाद कोच्चि और तिरुवनंतपुरम में सुबह से इन दोनों के प्रवेश पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। बीते साल सितंबर में सुप्रीम कोर्ट ने 10 से लेकर 50 वर्ष तक आयु की महिलाओं को भगवान अयप्पा स्वामी के मंदिर में प्रवेश की पाबंदी हटा दी थी।
लेकिन अयप्पा भगवान के भक्तों के विरोध के कारण अब तक एक भी महिला मंदिर में प्रवेश नही कर पायी थी। खबरों के अनुसार दोनों महिलाओं ने
पुरुष का वेशभूषा धारण कर मंदिर में प्रवेश कर दर्शन किये। पता चलने पर दर्जन भर से ज़्यादा पुलिस कर्मियों की मदद से उन्हें बाहर लाया गया। इन महिलाओं के दर्शन के बाद मंदिर का शुद्धिकरण हुआ। जिसके लिए मंदिर कुछ देर तक बंद रखा गया। कुछ देर बाद मंदिर को वापस दर्शन के लिए खोल दिया गया है।
कौन है ये दो महिलाऍ -
दोनों महिलाऍ बिंदू कॉलेज में लेक्चरर और भाकपा (माले) की कार्यकर्ता है।
दोनों कोझिकोड जिले के कोयिलैंडी की रहने वाली है। ये दोनों महिलाऍ 24 दिसंबर को सबरीमला मंदिर आयी थी जहां पर चेन्नई के एक संगठन ने 11 महिलाओं को मंदिर में अंदर जाने से रोक दिया था। जिसके बाद वे एम्बुलेंस में मंदिर तक पहुंची। दोनों महिलाओं के दर्शन के लिए पुलिस ने पहले से इंतजाम किये हुए थे। पुलिस ने दोनों के दर्शन का वीडियो भी जारी किया है। जिसके बाद अब प्रदेशभर में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
इस पर
राज्य के मुख्यमंत्री पी. विजयन ने कहा है कि हमने पुलिस को दर्शन करने की इच्छा रखने वाली महिलाओं को सुरक्षा देने का आदेश दिया था।