धर्म सभा से पहले ही छावनी में तब्दील हुई अयोध्या, पढ़ें इन राजनेताओं के विवादित बयान
दोस्तों, आपको बता दें कि राम मंदिर निर्माण के लिए 25 नवंबर यानि रविवार को अयोध्या में धर्म सभा का आयोजन होने जा रहा है। इस आयोजन को देखते हुए शनिवार के दिन ही अयोध्या की सुरक्षा बढ़ा दी गई हैै। दावा किया जा रहा है कि रविवार के दिन अयोध्या में करीब दो लाख लोग जुटेंगे। ऐसे में यहां प्रशासन ने करीब 70 हजार सुरक्षाकर्मियों को वहां तैनात किया है।
आपको जानकारी के लिए बता दें कि विवादित स्थल पर राम मंदिर निर्माण के लिए विश्व हिन्दू परिषद सहित देश के अनेक भगवा संगठन पहुंच रहे हैं। इस कार्यक्रम में भारी संख्या में शिवसैनिक भी शिरकत करेंगे। आइए जानें, किस इस तरह गरमाई अयोध्या में राम मंदिर पर सियासत।
विश्व हिंदू परिषद- धर्म सभा हमारी आखिरी बैठक होगी, इसके बाद ना ही सभाएं होंगी और ना ही प्रदर्शन होंगे। सीधे मंदिर निर्माण होगा।
विहिप के संगठन सचिव भोलेंद्र- दुर्भाग्य है कि 33 साल से रामलला टेंट में हैं। अब और इंतजार नहीं होगा।
संजय राउत, शिवसेना सांसद - हमने 17 मिनट में बाबरी तोड़ दी। कानून बनाने में कितना वक्त लगेगा।
रविंद्र कुशवाहा, भाजपा सांसद - अगले संसद सत्र में केंद्र सरकार राम मंदिर निर्माण के लिए बिल लेकर आएगी।
सुरेंद्र सिंह, भाजपा विधायक - धर्म सभा के दौरान जरूरत पड़ी तो अयोध्या में 1992 को दोहरा दिया जाएगा।
अखिलेश यादव, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री- अयोध्या के माहौल को देखते हुए वहां सेना भेजी जाए।
ओमप्रकाश राजभर, योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री - अयोध्या में धारा 144 के बावजूद इतनी बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो रहे हैं, प्रशासन फेल हो चुका है। मैं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से सहमत हूं कि अयोध्या में सेना बुलाई जाए।
गौरतलब है कि 100 बीघे के आयोजन स्थल भक्तमाल बगिया में करीब 2 लाख लोगों के आने का अनुमान है। कार्यक्रम का प्रबंधन इस बार संघ देख रहा है, विहिप सहयोग कर रही है। धर्म सभा के मंच पर केवल साधु-संत बैठेंगे, कोई भी राजनेता नहीं।