इंटरनेट डेस्क। भारत में निर्मित स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस अब इंडियन एयरफोर्स की ताकत बन चुका है। अगर आप इस विमान की 10 खासियत जानेंगे, तो आपका सीना भी गर्व के मारे चौड़ा हो जाएगा। तेजस के उड़ान भरने के दौरानही सतह और हवा में मौजूद लक्ष्य को निशाना बना लेता है।

- संस्कृत भाषा में तेजस का मतलब होता है चमक। स्वदेश निर्मित इस लड़ाकू विमान का नामकरण पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था।

- साल 1984 में तेजस को बनाने की प्रकिया शुरू की गई। यह जिम्मा एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी ने लिया था।

- इस विमान को तैयार करने के लिए साल 1986 में भारत सरकार ने 575 करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे।

- इस लड़ाकू विमान में लगा इंजन अमेरिकी है, तथा रडार और हथियार प्रणाली इजरायल का है।

- भारतीय लड़ाकू विमान तेजस को लड़ाकू विमान जेएफ-17 थंडर के टक्कर का माना जाता है।

- लड़ाकू विमान तेजस की स्पीड 2300 किलोमीटर प्रति घंटा है, जबकि लड़ाकू विमान जेएफ-17 थंडर की स्पीड मात्र 2,037 किलोमीटर प्रति घंटा है।

- लड़ाकू विमान तेजस में लगा मल्टीरोल रडाल अल्ट्रा 2030 इजरायल का है, इसलिए इसकी क्षमता फ्रांस के मिराज 2000 की तरह ही है।

- लड़ाकू विमान तेजस आकाश और धरती पर अपने दुश्मनों को खोजकर मारने में सक्षम है। यह विमान पचास हजार फीट की ऊंचाई पर आसानी से उड़ान भर सकता है।

- इस विमान का ढांचा कार्बन फाइबर से निर्मित है, जोकि किसी भी धातु से हल्का होता है।

- इस लड़ाकू विमान से इंडियन एयरफोर्स की ताकत में काफी इजाफा हुआ है।

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