देश में लागू लॉकडाउन 4.0 के बीच मिली छूट के बाद अयोध्या में एक बार फिर राम मंदिर निर्माण का कार्य आरंभ हु,. प्रशासन से इजाजत के बाद ट्रस्ट की ओर से रामजन्मभूमि परिसर को समतल करने का काम शुरू हुआ, लेकिन इसी दौरान कुछ ऐसा हुआ कि हर कोई हैरान हो गया। यहां समतलीकरण के दौरान काफी पुरानी मूर्तियां मिलीं, ट्रस्ट की ओर से दावा किया गया कि यहां शिवलिंग, मूर्ति और अन्य कुछ सामान ज़मीन में मिला, मूर्तियां मिलने के साथ ही दावों की बौछार हुई तो सुप्रीम कोर्ट में पक्षकार रह चुके लोगों के बयान आने भी शुरू हो गए।

परिसर से पुरानी मूर्तियों के मिलने के बाद बयानबाजी भी तेज़ हो गई है, हिंदू महासभा के वकील विष्णु जैन ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट में बहस के दौरान हम पर मुस्लिम पक्ष ने हिंदू तालिबान का आरोप लगाया था और कहा था कि वहां पर मंदिर के कोई अवशेष नहीं है, पुरातात्विक मूर्तियां का मिलना यह उन आरोपों का जवाब है, जो हम सुप्रीम कोर्ट में बहस करते चले आ रहे थे.'

दूसरी ओर बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी का कहना है कि अब सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ चुका है, ऐसे में अब कुछ बयान नहीं देना चाहते हैं,सत्तर साल तक केस चला है और फैसला आ चुका है, हमारी ओर से केस खत्म हो गया है.मूर्तियों को लेकर उन्होंने कहा कि वहां पर जो भी मिला है, उसका सम्मान होना चाहिए।


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