वाशिंगटन: अमेरिकी संसद ने एक प्रस्ताव पारित किया है। जिसमें अमेरिका में सिखों और अफगानिस्तान के हिंदुओं को शरण देने की बात कही गई है। अफगानिस्तान में सिखों और हिंदुओं को 'खतरे में अल्पसंख्यक' बताते हुए अमेरिकी संसद द्वारा प्रस्ताव पारित किया गया है। प्रस्ताव के अनुसार, उन्होंने अमेरिका में अफगानिस्तान के सताए हुए धार्मिक समुदायों के पुनर्वास की मांग की है।

पीटीआई के अनुसार, सांसद जैकी स्पीयर और सात अन्य सह-प्रायोजक सदस्यों ने अमेरिकी संसद के निचले सदन में पेश प्रस्ताव पर कहा है कि प्रस्ताव अफगान हिंदुओं और सिखों को शरणार्थी संरक्षण का समर्थन करता है। यह संस्थागत धार्मिक उत्पीड़न, पक्षपात और अस्तित्व संबंधी खतरे को प्रदर्शित करता है। प्रस्ताव में कहा गया है कि अफगानिस्तान में सिख और हिंदू अल्पसंख्यक खतरे में हैं। प्रस्ताव अमेरिका के आप्रवासन और राष्ट्रीय अधिनियम के तहत अमेरिका में अफगानिस्तान के हिंदुओं और सिखों को शरणार्थी कार्यक्रम के तहत शरण देने के समर्थन में है।

प्रस्ताव में अफगानिस्तान में सिखों और हिंदुओं की सुरक्षा के लिए चिंता व्यक्त करते हुए युद्धग्रस्त देश में इन समुदायों के सदस्यों के साथ सभी आतंकवादी हमलों, धार्मिक उत्पीड़न और पक्षपात की निंदा की गई है। प्रस्ताव में गुरुद्वारा में अन्य आतंकवादी हमलों और काबुल में उनके धार्मिक स्थानों का भी उल्लेख है।

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