बंगाल में हुई हिंसा के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच होगी आखिरी चरण की वोटिंग, 710 कंपनियों की होगी तैनाती
इंटरनेट डेस्क: देश में ऐसा पहली बार होगा जहां चुनाव आयोग ने प्रचार के समय को घटा दिया है जी हां भारतीय चुनाव आयोग की कार्रवाई पश्चिम बंगाल में होनेे वाले अंतिम चरणों की 9 सीटे पर होने वाले मतदान को लेकर की गई है ऐसे में लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण की इन सीटों पर हर किसी की नजऱ है क्योंकि बंगाल में जिस तरह से पहले चरण के बाद से ही हिंसा हो रही थी, आखिर दौर तक आते.आते ये और बढ़ गई है इसे देखते हुए प्रशासन से लेकर आयोग इसे गंभीर मानते हुए सुरक्षा को लेकर कड़ी कार्रवाई भी कर रहा है
आयोग का ये निर्णय हिंसा के डर से सुरक्षा को और पुख्ता किया जाने को लेकर लिया गया है जिसे लेकर केंद्रीय बलों की करीब 710 कंपनियों को तैनात किया जाएगा जिससे विवाद और हिंसा ना हो सके खबरों की माने तो चुनाव आयोग ने बताया कि दक्षिण बंगाल की 9 संसदीय सीटों पर रविवार को चुनाव होंगे जहां 111 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला मतदाता के हाथों में रहेगा इसकों लेकर अधिकारियों ने बताया कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए 9 सीटों के लगभग सभी मतदान केंद्रों पर आयोग ने केंद्रीय बलों की कुल 710 कंपनियों की तैनाती की है जिससे किसी भी प्रकार की हिंसा को रोका जा सके
आपकों बतादें की कांग्रेस समेत तीन विपक्षी पार्टियों ने इस आदेश को लेकर चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात कर इसे समान अवसरों के सिद्धांत का उल्लंघन करार देते हुए प्रचार के समय में आधा और दिन देने की अपील भी की गई है वहीं बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी लगातार चुनाव आयोग के इस फैसले को गलत बता रही हैं और बीजेपी के दबाव में थोपने वाला कह रही हैं