पॉलिटिकल डेस्क। राजस्थान विधानसभा चुनावों के नतीजे सामने आ चुके हैं और कांग्रेस पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी हैं। लेकिन वह स्पष्ट बहुमत हासिल करने में नाकाम रही हैं। राज्य में 100 सीटों पर जीत हासिल करने वाली कांग्रेस को बसपा का समर्थन मिल गया हैं, जिसके बाद उसके सरकार बनाने के सभी रास्ते तय हो गए हैं। इन चुनावों में कई मौजूदा मंत्री हार गए तो कई पूर्व मंत्रियों ने सत्ता में फिर से वापसी की।

इस बार के विधानसभा चुनावों में हनुमान बेनीवाल एक ऐसा चेहरा रहा, जो जीतकर भी हार गए। बीजेपी से बागी हुए हनुमान बेनीवाल ने इस बार अपनी नई राजनीतिक पार्टी आरएलपी का गठन किया और बोतल चुनाव चिन्ह के साथ चुनाव लड़ा। उनकी पार्टी ने राज्य की कई सीटों पर अपने उमीदवार उतारे, जिनमें से कुल 3 ही जीतकर आये हैं। इनमें से एक खुद हनुमान बेनीवाल ही हैं। इस तरह हनुमान जीतकर भी हार गए।

बता दे बेनीवाल ने 57 सीटों पर उम्मीदवार मैदान में खड़े किये थे। उन्होंने खुद सहित कुल 3 सीटों पर जीत हासिल की। इस तरह बेनीवाल की पार्टी राज्य में 5 वी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। प्रदेश में पड़े कुल वोटों में से 2.4 फीसदी वोट बेनीवाल की पार्टी आरएलपी को मिले हैं। आरएलपी को कुल 856038 वोट हासिल हुए। बेनीवाल के अलावा बीजेपी के दूसरे दिग्गज बागी नेता घनश्याम तिवारी अपनी पार्टी भारत वाहिनी से जमानत जब्त करा लिए हैं।

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