PM मोदी के बॉडीगार्ड क्यों पहनते हैं काला चश्मा और क्यों लेकर चलते हैं ये ब्रीफकेस, जानें
देश के प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी (Pm Modi) की सुरक्षा SPG यानी स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप के कमांडो करते हैं लेकिन क्या आपने कभी नोटिस किया है कि उनके साथ चल रहे कमांडोज के पास एक खास ब्रीफकेस रहता है। तो आपके दिमाग में ये सवाल भी आया होगा कि ये काला ब्रीफकेस क्यों SPG की टीम अपने साथ रखती है। आज हम आपको इसी बारे में बताने जा रहे हैं कि इस ब्रीफकेस में आखिर क्या होता है?
एसपीजी की सुरक्षा प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री सहित विदेश से आए विशेष मेहमानों को मिलती है। इनके पास खास हथियार होते हैं और ये कमांडो बेहद फुर्तीले भी होते हैं। ये पलक झपकते ही ये अपनी पोजिशन ले लते हैं। एसपीजी का गठन 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद किया गया था। इसके बाद साल 1991 में राजीव गांधी की हत्या के बाद SPG को एक नए सिरे से फिर से गठित किया गया।
सोशल मीडिया पर क्या है अफवाह
इस ब्रीफकेस को लेकर लोगों ने अपनी अलग अलग राय बना रखी है। कुछ कहते हैं कि हर समय न्यूक्लियर कंट्रोल के कोड्स आपने साथ रहते हैं तो कुछ की राय अलग होती है।
खैर बातें जो भी हो आप को बता दें कि यह ब्रीफकेस एक पोर्टेबल बुलेटप्रूफ शील्ड है। खुलने पर यह एक बुलेटप्रूफ शीट के रूप में काम करती है और व्यक्ति को सुरक्षा देती है।
और क्या होता है इस ब्रीफकेस में
इस ब्रीफकेसनुमा शील्ड में एक गन भी होती है जो सुरक्षा के काम भी आती है। इस ब्रीफकेस को खोलने के बाद ये एक ढाल के समान काम करता है क्योकिं ये बुलेटप्रूफ होता है।
काले चश्मों का राज
ब्रीफकेस के साथ ही आपने देखा होगा की SPG कमांडो ड्यूटी पर हमेशा काले चश्मा लगा कर रखते हैं। दरअसल इनके कन्धों पर प्रधानमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है और इनकी नजरें उस समय चारों ओर देख रही होती है। इस बात का किसी व्यक्ति को पता न चले की वह किसको और कहां देख रहे है, इसलिए बॉडीगार्ड काले चश्मे पहनते हैं। इसके अलावा जब कहीं ब्लास्ट होता है तो उसकी रोशनी से आंखें चौंधिया जाती हैं और व्यक्ति कुछ देर के लिए खुद से अपना कंट्रोल खो बैठता है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए भी ये कला चश्मा पहनते हैं।