नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में नई आबकारी नीति लागू हो गई है. नई नीति के तहत राजधानी में शराब पीने वालों की उम्र 25 से घटाकर 21 कर दी गई है। दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार अपनी नीति को लेकर विपक्ष के साथ-साथ अपने कई पुराने सहयोगियों के निशाने पर आ गई है। नई आबकारी नीति के विरोध में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आज (3 जनवरी, 2022) दिल्ली भर में ट्रैफिक जाम का मंचन किया, वहीं आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व नेता और कवि कुमार विश्वास ने भी दिल्ली सरकार पर निशाना साधा।



कुमार विश्वास ने अपने ट्वीट में लिखा है कि, 'दिल्ली शराब माफिया शराब जमाखोर विधायक के साथ 2016 में मेरे पास शराब पीने वालों की उम्र 21 से बढ़ाकर 18 करने और 1000 नए ठेके खोलने की नीति लागू करने की सिफारिश लेकर आए थे. मैंने डांटा और चला गया और दोनों नेताओं को चेतावनी दी। अब युवक के साले ने 500 करोड़ के सौदे में मामला तय कर दिया है।' विश्वास के इस ट्वीट पर आप विधायक नरेश बाल्यान भड़क गए और उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, 'लगता है आपने आज सुबह गलत पदार्थ का सेवन कर लिया, 2021 तक दिल्ली में शराब पीने की उम्र 25 साल थी नई नीति के 21 साल पूरे होने के बाद पुराना, दूसरा तथ्य यह है कि एक भी शराब का ठेका नहीं बढ़ा, 4 घटे हैं, बाकी हम जानते हैं कि राज्यसभा का दर्द जीवन भर रहेगा, ऐसे ही झूठ फैलाते रहो।'

जहां डॉक्टर विश्वास भी इस पर चुप नहीं रहने वाले थे, उन्होंने भी अपने अनोखे अंदाज में ट्वीट कर इशारों में खुलासा किया कि वह जिस 'शराबी विधायक' की बात कर रहे हैं, वह बाल्यान हैं. डॉ विश्वास ने अपने ट्वीट में लिखा है कि, 'अगर चोर चुप रहता तो उसे कम पीटा जाता, पिता का नाम बताने की क्या जरूरत थी. मैंने अभी-अभी लिखा था "शराबी विधायक," ये दिखाने की क्या ज़रूरत थी कि तुम आए हो बेटा? वहीं, दिल्ली भाजपा इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने भी ट्वीट कर केजरीवाल सरकार पर कटाक्ष किया और केजरीवाल को शराब को लेकर उनके पुराने विचारों की याद दिलाई।


अपने ट्वीट में आदेश गुप्ता ने लिखा, "उपमुख्यमंत्री को नहीं पता कि दिल्ली के मुख्यमंत्री क्या कहते हैं! अरविंद केजरीवाल ने अपनी किताब स्वराज में लिखा था कि शराब का ठेका खुलने पर नेताओं और अधिकारियों की जेबें भर जाती हैं. अगर हजारों दिल्ली में कितने ठेके खोले गए, आप सरकार ने कितनी रिश्वत दी?'' केजरीवाल सरकार की नई आबकारी नीति के तहत 849 नई शराब की दुकानों को लाइसेंस आवंटित किए गए हैं, जिसके तहत हर वार्ड में कम से कम 3 नई दुकानें खोली जाएंगी. राजधानी बीजेपी का विरोध है कि ये दुकानें किसी स्कूल या धर्मस्थल के आसपास न हों और दुकानें खोलने में किसी नियम का उल्लंघन न हो.

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