ममता बनर्जी की एक ईद समारोह में बुधवार को की गई टिप्पणियों ने राष्ट्रीय चुनाव के कुछ दिनों बाद एक तेज राजनीतिक संदेश दिया, इस चुनाव में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को राज्य में बढ़ती भाजपा के खिलाफ अपनी रैली में भारी गिरावट का सामना करना पड़ा।

ममता बनर्जी ने कोलकाता में ईद मनाते हुए एक गेदरिंग में कहा, " त्याग के लिए हिन्दू, अखंडता के लिए मुसलमान, प्रेम के लिए ईसाई और बलिदान के लिए सिख। यह हमारा प्रिय हिंदुस्तान है और हम इसकी रक्षा करेंगे।" ।

इसके बाद ममता ने कहा कि जो हमसे टकराएगा वो चूर चूर हो जायेगा।

बीजेपी के "जय श्री राम" मंत्र के प्रचार के बाद ममता बनर्जी लड़ाई के मोड पर आ गई हैं। मुख्यमंत्री वीडियो वायरल करने वाले वीडियो में "जय श्री राम" के नारे लगा रहे हैं। तृणमूल के काउंटर पर "जय हिंद" और "जय माँ काली" जैसे नारे लगे।

"डरने की कोई बात नहीं है। मुदई लाख बुरा चाहें तो क्या होता है, वही होता है जो, मंज़ूर-ए-खुदा होता है। कभी-कभी जब सूरज उगता है, तो उसकी किरणें चुभती हैं, लेकिन बाद में वह हल्की पड़ जाती है। डरे हुए ममता बनर्जी ने कहा कि जितनी तेजी से उन्होंने ईवीएम पर कब्जा किया, उतनी ही तेजी से वे चले जाएंगे।

सुश्री बनर्जी और उनकी तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा पर चुनावों के दौरान आतंक और हिंसा फैलाने और ईवीएम या मतदान मशीनों में हेराफेरी करने का आरोप लगाया।

भाजपा ने बंगाल में राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से 18 सीटें जीती जो कि 2014 से 2 अधिक है और तृणमूल ने केवल 22 सीटें जीती।

सुश्री बनर्जी ने फैसले पर बार-बार सवाल उठाया है, इसके लिए भाजपा ने भारी हेरफेर किया है।

भाजपा ने भी यह स्पष्ट कर दिया है कि बंगाल में उसका अभियान तब तक नहीं रुकेगा जब तक कि वह 2021 नहीं जीत लेता, जब राज्य नई विधानसभा के लिए वोट करेगा।

भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि ममता बनर्जी की सरकार पूर्ण कार्यकाल नहीं कर पाएगीऔर इससे पहले चुनाव हो सकते हैं।

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