इंडियन नेवी के लिए क्यों खास है आईएनएस कलवरी?
भारतीय नौसेना अपनी समुद्री ताकत को मजबूत करने में जुटी हुई है। इसी क्रम में आज हम आपको इंडियन नेवी की सबमरीन आईएनएस कलवरी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो दुनिया की दुनिया की सबसे शक्तिशाली और खतरनाक पनडुब्बियों में शुमार करती है।
- आईएनएस कलवरी मेड इन इंडिया कार्यक्रम के तहत देश में बनी है। यह देश की अब तक की सबसे आधुनिक पनडुब्बी है।
- आईएनएस कलवरी समुद्र में 350 मीटर की गहराई तक जा सकती है। यह पानी के भीतर करीब 40 दिन तक रह सकती है।
- इस सबमरीन की खासियत के चलते इसका नाम समुद्र में रहने वाली खूंखार शार्क मछली कलवरी पर रखा गया है।
- आईएनएस कलवरी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि दुश्मन के जहाज इसे 20 नॉटिकल यानी 35-40 किलोमीटर तक लोकेट नहीं कर सकते। यह डीजल और इलेक्ट्रिक दोनों ही ताकतों से युक्त है। इसकी रफ़्तार 20 नॉटिकल प्रति घंटा है।
- यह सबमरीन कम आवाज के साथ दुश्मन पर तेजी से हमला करने में सक्षम है। इस सबमरीन से टारपीडो लांच किया जा सकता है और एंटी शिप मिसाइल को भी लांच किया जा सकता है।
- आईएनएस कलवरी एडवांस्ड साइलेंसिंग टेक्निक से युक्त है।
- आईएनएस कलवरी को इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह कई तरह के अभियानों में हिस्सा ले सकती है, जैसे एंटी सरफेस वॉर, एंटी सबमरीन वॉर, इंटेलिजेंस इकट्ठा करना, माइंस बिछाना आदि।