Fact Check: क्या मौसम बदलने और बारिश होने पर धीमी पड़ जाएगी कोरोना की रफ्तार? जानें यहाँ
सोशल मीडिया पर कई पोस्ट्स वायरल होते रहते हैं जिनमे कई तरह के दावे किए जाते हैं। एक ऐसा ही दावा ये किया जा रहा है कि मौसम बदलने और बारिश होने से कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम हो जाएगी। इस बारे में अब पीआईबी फैक्ट चेक ने जानकारी दी है।
पीआईबी ने कहा है कि ऐसी अफवाहों पर विश्वास ने करें और ऐसे फर्जी संदेशों को शेयर करके भ्रम न फैलाएं। पीआईबी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रफ्तार तभी रुक सकती है जब आप मास्क पहनें। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करे और बेवजह घर से बाहर ना निकलें। इसके अलावा अपने हाथों को समय समय पर सेनिटाइज करना या साबुन से धोना भी जरूरी है।
कोरोना को लेकर समय समय पर सोशल मीडिया पर कई दावे किए जाते हैं। कोरोना की पहली लहत में पहले कहा गया था कि गर्मी का मौसम शुरू होते ही वायरस खत्म हो जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ बल्कि ये वायरस और बढ़ गया। फिर ठंड के मौसम में भी वायरस का कहर जारी रहा।
क्या वाकई मौसम परिवर्तन और बारिश से संक्रमण की रफ़्तार कम हो सकती है?#PIBFactCheck#कोरोना की रफ़्तार केवल कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करने से कम की जा सकती है।
ठीक से मास्क पहनें
बार-बार हाथ धोएं/सैनीटाइज़ करें
सामाजिक दूरी बनाएं.... pic.twitter.com/QUJXjHkpHN— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) May 15, 2021
होम्योपैथिक दवा से शरीर में ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी?
पीआईबी फैक्ट चेक ने सोशल मीडिया पर होम्योपैथिक दवा को लेकर किए जा रहे दावे को भी फर्जी बताया है। ये दावा किया जा रहा है कि 'Carbo vegetabilis' नामक एक होम्योपैथिक दवाई की 2-3 बूंद से शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा पूरी की जा सकती है। लेकिन पीआईबी ने इसे भी फर्जी कहा है और सांस लेने में तकलीफ होने पर डॉक्टर से सलाह लेने की बात कही है।