भारतीय नोटों जैसे 1 रुपये से लेकर 2,000 रुपये तक की करेंसी नोट की अपनी पहचान, खासियत और कीमत होती है। इस पर लिखा होता है कि ‘मैं धारक को …. रुपये अदा करने का वचन देता हूँ’। लेकिन क्या आप जानते हैं कि नोट पर ये क्यों लिखा होता है?


भारत में नोटो की छपाई, डिस्ट्रीब्युशन और प्रबंधन का काम केंद्रीय बैंक यानी भारतीय रिज़र्व बैंक करता है। चलिए जानते हैं कि ये क्यों लिखा होता है?

‘मैं धारक को… ‘ क्यों लिखा होता है?

करेंसी नोट पर इसे लिखने से देश में इस करेंसी को लेकर लोगों में विश्वास रहता है कि वो ये नोट खर्च कर सकते हैं। ये एक प्रोमिसरी नोट भी है जिसका अर्थ है कि ये नोट मान्य है।

अगर आरबीआई गवर्नर के साइन के साथ ये नोट ना हो तो कोई भी देशी/विदेशी व्यक्ति इस करेंसी नोट को स्वीकर करने में संकोच करेगा।

Related News