दूध को उबालने में देरी हो जाने या फ्रिज में ना रखने पर ये फट क्यों जाता है? जानें कारण
हम सभी रोजाना दूध का इस्तेमाल करते है। दूध पीने के साथ कई लोग चाय बनाने के लिए भी इसका यूज करते हैं। लेकिन गर्मी के मौसम में दूध के फटने की समस्या भी देखी जाती है। इसलिए इसे गर्म करना और फ्रीज में रखना बेहद जरूरी होता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि दूध आखिर क्यों फट जाता है? इसी बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं।
उच्च और निम्न तापमान पर जल्दी नहीं फटता दूध
घर आए दूध को उबालने में देरी हो जाए तो वह फट जाता है। आपको ये बात जान लेनी चाहिए कि दूध हमेशा रूम टेम्पेरेचर पर ही फटता है। दूध को देर तक इस्तेमाल करना है तो उसे हर 4-5 घंटे में उबाल लेना चाहिए या फ्रिज में रख देना चाहिए।
इस वजह से फटता है दूध
दूध फटना उसकी शुद्धता की पहचान भी है। मिलावटी दूध आसानी से फटता नहीं है। शुद्ध दूध कई चीजों से मिलकर बनता है। दूध में फैट, प्रोटीन और शुगर होता है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि दूध में मौजूद प्रोटीन कोलाइडल घोल में निलंबित होता है। प्रोटीन के छोटे कण दूध के अंदर स्वतंत्र रूप से तैरते हैं और एक-दूसरे से दूरी बनाकर रखते हैं। जब तक ये दूर रहते हैं तब तक दूध नहीं फटता है। लेकिन जब देर तक दूध को न उबालें या उसे फ्रिज में न रखें तो उसका pH लेवल कम होने लगता है।
रूम टेम्प्रेचर पर आने पर दूध का pH लेवल जैसे-जैसे कम होता है तो प्रोटीन के कण भी एक दूसरे के करीब आने लगते हैं। इस से ये एसिडिक हो जाता है। यही कारण है कि इसके बाद दूध फट जाता है।