इस जीवन का शाश्वत सत्य है जन्म के बाद मृत्यु। जिस भी व्यक्ति ने इस धरती पर जन्म लिया हैं उसकी मृत्यु होना निश्चित हैं और जीवन का यह चक्र हमेशा चलता ही रहता है। लेकिन मृत्यु के बाद हर मृत सरीर का अंतिम संस्कार किया जाता है जिसका तरीका हर किसी के लिए अलग अलग है। हिन्दू धर्म की बात करे तो मृत्यु के बाद शव को जलाकर रीती-रिवाज से विदाई दी जाती हैं।

लेकिन आज हम आपको अंतिम यात्रा के समय एक ऐसी रीती-रिवाज के बारे में बताएँगे जिसमे शव के सिर पर डंडा मारा जाता है। जी हां हिंदू धर्म में शव को जलाते हुए मृतक व्यक्ति के सर पर डंडा मारा जाता है। अब सवाल यह खड़ा होता है कि आखिर शव के सर पर डंडा क्यों मारा जाता है?

मृतक व्यक्ति के सर पर डंडा इसलिए मारा जाता है ताकि अगर मृतक व्यक्ति के पास किसी तरह का कोई तंत्र विद्या होगा तो कोई दूसरा तांत्रिक इस विद्या को चुरा ना ले और उसकी आत्मा को अपने वश में ना कर ले।

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