आज के समय में इंसान अपनी लाइफ में काफी व्यस्त हैं। इंसान इतने व्यस्त हैं कि उन्हें आस पास के लोगों तक से बात करने का समय नहीं है। यहाँ तक कि लोग पूजा पाठ तक के लिए समय नहीं निकाल पाते हैं। लेकिन जब भी इंसान का बुरा वक्त आता है या इंसान मुश्किल में होता है तो वो भगवान को ही सबसे पहले याद करता है।

तो क्‍या आपने कभी सोचा है कि हम बुरे वक्‍त में सबसे पहले भगवान को ही क्‍यों याद करते हैं और बाकी समय की तुलना में मुश्किल समय में ही ईश्‍वर की याद क्‍यों आती है। आज हम आपको इसी बारे में बताने जा रहे हैं।

मुश्किल में भगवान को याद करना –

आजकल इंसानों के बीच जो रिश्‍ता है वो ‘गिव एंड टेक’ का चल रहा है जैसे कि यदि आपके लिए कोई अच्छा करेगा तो आप भी उसका अच्छा करेंगे और यदि आपके लिए कोई बुरा है तो आप भी उसके लिए बुरे हैं। लेकिन भगवान के लिए सभी बच्‍चे एक समान हैं और कहीं ना कहीं आपको भी ये बात पता होती है। इसलिए इंसान बुरे वक्त में किसी दूसरे इंसान से अपेक्षा रखने के बजाय भगवांन को याद करता है क्योकिं उसे पता है कि कोई उसकी मदद करे ना करे लेकिन भगवान जरूर करेगा।

मनुष्‍य की तरह संसार में दैवीय शक्‍तियां भी हैं और ईश्‍वरीय शक्‍तियां भी मौजूद हैं। हम इन शक्‍तियों को देख तो नहीं सकते हैं लेकिन उन्‍हें महसूस जरूर कर सकते हैं।

अगर आप ध्‍यान लगाकर सोचें तो कभी ना कभी आपके जीवन में ऐसा समय जरूर आया होगा जब आपको ईश्वर के होने का अहसास हुआ होगा। या फिर आपने भगवान से सच्चे दिल से कुछ माँगा हो और वो पूरा हो गया हो।

हम भले ही रोजाना भगवान की पूजा ना भी करें लेकिन हमारे दिल में ये विश्वास जरूर है कि भगवान हैं, और ये बुरे समय में हमारी मदद भी करेंगे। बस यही विश्‍वास हमे हमारे ईश्‍वर से जोड़ता है। आपको भी इस बात पर यकीन होगा कि ईश्‍वर का अस्‍तित्‍व है और वो हमें सुरक्षा प्रदान करते हैं।

Related News