आखिर क्यों 90 फीसदी सपने देखने के बाद हम उन्हें भूल जाते हैं, जान लें कारण
हमें सोते हुए कई सपने आते हैं। सपने किसी भी तरह के आ सकते हैं और इन पर हमारा कोई कंट्रोल नहीं होता है। कई बार हमें अच्छे तो कई बार ऐसे सपने आते हैं जिन्हे देख कर हम डर जाते हैं। लेकिन ज्यादातर ऐसा होता है कि बहुत से सपने हम आँख खुलते ही भूल जाते हैं। लगभग 90% सपने हम याद नहीं रख पाते और उन्हें भूल जाते हैं तो आखिर ऐसा क्यों होता है? इसी बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं।
सोने के दौरान रैपिड आई मूवमेंट से गुजरते हैं हम
सपनों को लेकर वैज्ञानिकों कई रिसर्च की है। वैज्ञानिकों के अनुसार दौरान हम कई बार रैपिड आई मूवमेंट (REM) से गुजरते हैं और इसी दौरान हमें सपने दिखाई देते हैं। दरअसल, सोते वक्त REM के दौरान दिमाग पूरी तरह से शांत नहीं रहता है और एक्टिव मोड में होता है। हमारे दिमाग में कई चीजें चल रही होती है। इसी कारण हमें सपने आते हैं। रात में सोने के बाद हर डेढ़ घंटे के अंतराल में हम REM में होते हैं। ये अवधि 20 से 25 मिनट की होती है और इसी दौरान हमें सपने आते हैं।
इन लोगों को सपने नहीं रहते याद
अमेरिका के हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में नींद को लेकर स्टडी की गई। ये स्टडी रॉबर्ट स्टिकगोल्ड ने की और बताया कि क्यों हम सपने में देखे गए दृश्यों को भूल जाते हैं। उन्होंने ये भी बताया कि कई लोगों को तब भी सपने याद रहते हैं। स्टिकगोल्ड के अनुसार दोनों स्थितियों की अलग अलग वजह है। रॉबर्ट स्टिकगोल्ड के अनुसार जो लोग एक निश्चित समय तक सोते हैं और अलार्म बजने के बाद उठकर तुरंत ऑफिस जाने की तैयारियों में लग जाते हैं, तो उन्हें सपने याद रहने की संभावना कम होती है। वहीं जिन लोगों के पास ज्यादा काम नहीं होता और नींद खुलने के बाद भी आंखें बंद किए रहते हैं, उन्हें देखे गए सपने याद रहते हैं। जो लोग सपने भूल जाते हैं, वे मानसिक रूप से स्वस्थ होते हैं जबकि जिन लोगों को कई सपने याद रहते हैं वे मानसिक रूप से थोड़े अस्थिर हो सकते हैं.