जब भी आप किसी होटल में गए हैं तो आपने देखा होगा कि कमरे में सफेद चादर बिछी हुई है। अगर आपने भी इस पर गौर किया है तो कम से कम एक बार आपके मन में यह सवाल जरूर उठा होगा कि ऐसा क्यों किया जाता है। होटल के कमरों में सफेद चादरें क्यों इस्तेमाल की जाती हैं, किसी और रंग की नहीं?

सबसे पहले हमारे दिमाग में आता है कि सफेद चादरें जल्दी गंदी हो जाती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सफेद चादरों के पीछे का मुख्य कारण यह है कि इन्हें आसानी से साफ किया जा सकता है। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि होटल के कमरे आमतौर पर ब्लीच और क्लोरीन से धोए जाते हैं। इससे चादरें आसानी से साफ हो जाती हैं। यदि चादरें रंगीन हैं, तो उन्हें ब्लीच का उपयोग करके नहीं धोया जा सकता है, क्योंकि ऐसा करने से रंगीन चादरों का रंग छूट सकता है या फीका पड़ सकता है। इसके अलावा सफेद चादरों को ब्लीच और क्लोरीन से धोने से भी उनमें से कोई गंध दूर नहीं होती है।

सफेद हमेशा एक शानदार जीवन शैली से जुड़ा रहा है, इसलिए होटल के कमरे सफेद चादर में लपेटे जाते हैं। जिससे कमरे को लग्जरी लुक दिया जा सके। इसके अलावा सफेद रंग कमरे को बड़ा भी बनाता है, इसलिए बिस्तर पर सफेद चादर भी बिछाई जाती है। इसके अलावा कम कीमत में चादरें खरीदने के लिए सफेद रंग सबसे अच्छा विकल्प है।

सफेद रंग को शांति का प्रतीक माना जाता है और यह सकारात्मकता लाता है। ऐसे में सफेद चादर पर सोने से मन शांत रहता है और सुकून भरी नींद आती है। सफेद रंग दिमाग को शांत करने के साथ-साथ दिल को खुश रखने में भी मददगार होता है। इसलिए ज्यादातर होटल अपने कमरों में सफेद चादर का ही इस्तेमाल करते हैं।

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