गिरगिट के रंग बदलने वाली आदत के बारे में आपने सुना ही नहीं बल्कि देखा भी होगा। अपनी इस प्रकृति के लिए गिरगिट काफी मशहुर हैं। लेकिन कभी आपने इस बात को सोचा है कि आखिर गिरगिट अपना रंग क्यों और कैसे बदलता है ?

क्यों बदलता है गिरगिट अपना रंग
गिरगिट अपनी सुरक्षा के लिए रंग बदलते है, उन्हें खुद को बचाना होता है इस वजह से वह रंग बदलते है। शिकारियों से बचने के लिए गिरगिट अपने रंग को उस रंग में ढाल लेते है जहाँ वो बैठे होते हैं।

रिसर्च में हुआ ये खुलासा

हाल ही में हुए एक रिसर्च के मुताबिक गिरगिट अपनी भावनाओं के अनुसार रंग बदलते हैं। गुस्सा, आक्रमकता, एक-दूसरे से बात करने के लिए और दूसरे गिरगिटों को अपना मूड दिखाने के लिए गिरगिट अपना रंग बदलते हैं। खतरे की स्थिति में गिरगिट अपने रंग के साथ-साथ आकार भी बदल लेते हैं। गिरगिट अपने आकार को बड़ा भी कर सकता है और जरूरत पड़ने पर छोटा भी कर सकता है।

कैसे बदलते हैं गिरगिट रंग
गिरगिट की त्वचा में एक अजीब तरह की रंजक कोशिकाएं पाई जाती है जो शरीर के तापमान के घटने और बढ़ने पर सिकुड़ जाती है और कभी फ़ैल जाती है। शरीर में जब हार्मोन्स स्त्रावित होते है तब ये कोशिकाएं काफी तेजी से उत्तेजित होती हैं और रंग बदलने लगती है जिनमे पीली, गहरी भूरी, काले और सफेद रंग शामिल होते है। ताप कम होने पर गिरगिट की त्वचा का रंग गहरा होता है और ताप बढ़ने पर हल्का।

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