जब आप पूजा पाठ करते हैं या मंदिर जाते हैं तो मन को अजीब सी शांति का अनुभव होता है, अक्सर जब हमारा मन उदास होता है या फिर बेचैन होता है तो हम ईश्वर को याद कर लेते हैं या फिर किसी ऐसी जगह जाने की कोशिश करते हैं जहां मन को शांति मिल सके। पूजा पाठ करते समय मन शांत हो जाता है और आपको उनकी आराधना करते समय आंखों से आंसू निकल आए तो इसका एक अलग ही रहस्य है।

यदि भगवान की पूजा पाठ करते समय आंखों से आंसू निकल आए तो इसका मतलब होता है कि ईश्वर की दिव्य शक्ति कोई संकेत दे रही है।यदि आप उन्हें समझ लेते हैं तो आपकी समस्याएं दूर हो सकती हैं। इसका मतलब ये भी होता है कि अब आपका कनेक्शन भगवान से हो गया है और आपके द्वारा की गई पूजा भी सफल हो चुकी है।

जब आप भगवान के किसी भी रूप का ध्यान और उनकी पूजा में लीन हो जाते है तो इसका अर्थ है की भगवान के उस रूप के साथ आपका कनेक्शन हो गया है या कह सकते है की आपके द्वारा की गयी पूजा सफल हो गयी है जो आपकी खुशी को आंसू के रूप में छलकाती है।

कई बार ऐसा कहा जाता है की पूजा के समय आँखों से आने वाले आंसू या उबासी का एक कारण नकारात्मकता भी हो सकती है जब कभी हमारा मन पूजा पाठ, धार्मिक ग्रंथो और आरती में न लगे साथ ही शरीर भारी होने लगे तो ऐसे में आपको समझना चाहिए कि कोई न कोई नेगेटिव एनर्जी आपके आस पास मौजूद है।

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