डिजिटल संपत्ति के भविष्य के बारे में अनिश्चितता के बावजूद भारत में क्रिप्टो करेंसी में निवेश बढ़ता ही जा रहा है। 2020 के बाद से, भारत में क्रिप्टोकरेंसी, विशेष रूप से बिटकॉइन में निवेश में आश्चर्यजनक वृद्धि दर्ज की गई है।


कई घरेलू क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंजों के डेटा से पता चलता है कि लाखों खुदरा निवेशकों ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के लिए अपने पोर्टल पर साइन अप किया है जो कुख्यात अस्थिरता और उच्च रिटर्न देने की क्षमता के लिए जाना जाता है।

कम से कम 1.5 करोड़ भारतीयों ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया है, जो एक ऐसे देश में मजबूत क्रिप्टोकरेंसी विकास का संकेत देता है जहां परिवारों को सोने और अन्य सुरक्षित संपत्तियों में अधिक बार निवेश करने के लिए जाना जाता है। क्रिप्‍टोकरेंसी को नियमित करने की तैयारियों के बावजूद, भारतीय निवेशक क्रिप्‍टो में जमकर पैसा लगा रहे हैं…और निवेशकों के पोर्टफोलियो में क्रिप्‍टो की हिस्सेदारी लगातार बढ़ रही है।


डाटा कंपनी पिचबुक के आंकड़ें बताते हैं कि अकेले 2021 में ही वेंचर कैपिटल फंड्स हाउसेज ने क्रिप्‍टो में 30 अरब डॉलर का निवेश किया है। यह पूर्व के वर्षों में किए गए कुल निवेश से भी ज्‍यादा है।

2020 से अधिक भारतीयों ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना शुरू कर दिया क्योंकि कोविड -19 महामारी के कारण वैश्विक आर्थिक संकट पैदा हो गया, जिसके परिणामस्वरूप मुद्राओं, बांडों और इक्विटी जैसी पारंपरिक परिसंपत्तियों में उच्च अस्थिरता और मूल्यह्रास हुआ। नतीजतन, दुनिया भर में अधिक लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना शुरू कर दिया।


क्रिप्‍टो को अभी लॉन्‍च हुए 10 साल ही हुए हैं, लेकिन इसकी लोकप्रियता बहुत ज्‍यादा बढ़ चुकी है। 2018 में क्रिप्‍टो में कुल 8 अरब डॉलर का निवेश हुआ था।

साल 2021 क्रिप्टो ईयर
क्रिप्टो एक्सचेंज वजीरएक्स ने वर्ष 2021 को क्रिप्टो का साल बताया है। आपको बता दें कि निवेशकों के पोर्टफोलियों का 10 परसेंट हिस्सा अब क्रिप्टो का हो चुका है.

एक अन्य सर्वे के अनुसार करोड़पति युवाओं की पहली पसंद अब क्रिप्टो बन चुका है, अमेरिका में अधिकांश युवा करोड़पति अपना पैसा, क्रिप्टो करेंसी में ही लगा रहे हैं। जबकि भारत में अभी तक क्रिप्टो का भविष्य साफ नहीं है, बावजूद इसके, लोग इसमें बिना डर पैसा लगा रहे हैं।

दुनिया के कई देशों में मल्टीनेशनल कंपनियां पेमेंट के लिए क्रिप्टो को अपना रही हैं। एक सर्वे के अनुसार करीब 57 फीसदी मल्टीनेशनल कंपनियां कम से कम एक क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग कर रही हैं, जिनमें बिटकॉइन सबसे लोकप्रिय है।


40 फीसदी से ज्यादा कंपनियों का मानना है कि वे पेमेंट के नए स्रोत की खोज करती रहती हैं। इस वजह से उन्हें क्रिप्टो में रुचि है।

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