क्या है महाभारत में स्त्रियों के नाजायज संबंध और उनके नाजायज बच्चे के रहस्य!
हिन्दू पुराण और महाभारत में कई रहस्य छिपे हुए हैं। उन्हें जानना और समझने बहुत ही कठिन है। महाभारत के समय की बात करे तो स्त्रियों एक से ज्यादा मर्दों के साथ सम्बन्ध भी रख रही थीं और कई बार तो स्त्रियों के बच्चों का जन्म बिना शादी के भी हुआ है, तो क्या हम इन रिश्तों को नाजायज सम्बन्ध बोलें और इस तरह के बच्चे क्या नाजायज बच्चे थे?
महाभारत की पात्र सत्यवती ने शांतनु से विवाह से पूर्व पराशर से प्रेम संबंध बनाया था जिसके फलस्वरूप वेदव्यास हुए थे, वही एक मुख्य पात्र पात्र कुंती ने भी विवाह से पूर्व व विवाह के बाद अलग संबंध बनाए थे, विवाह के बाद पांडु के कमजोर पुरुष साबित होने पर इन्होंने पति की इच्छा व सहमति से तीन अन्य पुरुषों से अपनी शारीरिक आवश्यकता, प्रेम संतुष्टि व वंशवृद्धि के लिए प्रेम संबंध स्थापित किया और युधिष्ठिर, भीम और अर्जून को जन्म दिया था।
इसी तरह से पांडू की दूसरी पत्नी ने बच्चों के जन्म के लिए किसी ने मर्द से संबंध स्थापित किये तब नकुल और सहदेव का जन्म हुआ था। तो क्या यहाँ पर यह सोचना सही है कि पाँचों ही पांडव नाजायज संतान थे? बाद में इस पाप को छुपाने के लिए कई तरह की कहानियों का भी जन्म किया गया।