बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा एडल्ट फ़िल्में बनाने और अपलोड करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने देर रात 19 जुलाई को राज कुंद्रा को गिरफ्तार किया था। इसके बाद उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस से पहले वे पुलिस हिरासत में थे। आज हम यहां आपको पुलिस हिरासत और न्यायिक हिरासत के बारे में कुछ जरूरी बातें बताएंगे।

पुलिस हिरासत
जब आरोपी की हिरासत पुलिस के पास होती है और उसे थाने के लॉक-अप में रखा जाता है और इसे पुलिस कस्टडी कहते हैं। पुलिस आरोपी को अपनी हिरासत में 15 दिनों से ज्यादा नहीं रख सकती और इस हिरासत के लिए पुलिस को न्यायिक मजिस्ट्रेट की परमिशन की जरूरत होती है। पुलिस कस्टडी के दौरान आरोपी से उसने जो अपराध किया है उस बारे में पूछताछ की जाती है।

न्यायिक हिरासत
पुलिस की 15 दिन की हिरासत जब खत्म हो जाती है तो उसे न्यायालय के आदेश पर उसे जेल भेज दिया जाता है, इसे न्यायिक हिरासत कहते हैं। न्यायिक हिरासत में आरोपी को इसलिए रखा जाता है जिस से वो सबूत के साथ छेड़छाड़ न कर पाए। या फिर इस मामले में लिप्त गवाहों को धमका ना सके। पुलिस हिरासत में पुलिस आरोपी के साथ कभी-भी पूछताछ कर सकती है वहीं न्यायिक हिरासत में आरोपी के साथ पूछताछ करने के लिए पुलिस को कोर्ट से मंजूरी लेनी होती है।

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