Weight Control: मददगार है ये नया फॉर्मूला, जानें क्या कहते हैं विशेषज्ञ
वजन नियंत्रित रखने के लिए सेहतमंद आहार और शारीरिक व्यायाय जरूरी है। मगर किसी को प्रतिदिन कितनी शारीरिक कसरत की जरूरत होती है और उसके मुताबिक उसकी शारीरिक क्षमता है भी या नहीं, यह बात भी मायने रखती है। इसलिए घंटों पसीना बहाने की बजाय पीएआई पर फोकस करके वजन पर काबू पाना एक प्रभावी तरीका हो सकता है। एक नए शोध के मुताबिक एक सप्ताह में 100 पीएआई (व्यक्तिगत गतिविधि इंटेलिजेंस) के बराबर शारीरिक गतिविधि बढ़ते वजन पर काबू पाने में मदद कर सकती है। सप्ताह में सौ पीएआई को आदर्श लक्ष्य माना जाता है।
क्या है पीएआई
पीएआई दरअसल पर्सनल एक्टिविटी इंटेलिजेंस है। यह ट्रैक करता है कि आप पूरे हफ्ते शारीरिक रूप से कितने सक्रिय हैं। ऐसे लगभग किसी भी उपकरण से पीएआई को मापा जा सकता है, जो हृदय गति को मापता है। इस पीएआई गतिविधि मीट्रिक को नॉर्वेजियन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (एनटीएनयू) कार्डियक एक्सरसाइज रिसर्च ग्रुप (सीईआरजी) द्वारा प्रोफेसर उलरिक विस्लॉफ के नेतृत्व में विकसित किया गया है।
कितना पीएआई जरूरी
प्रमुख शोधकर्ता एवं एनटीएनयू के परिसंचरण और इमेजिंग विभाग के जावेद नौमान का कहना है कि पहले हमने पाया था कि एक सप्ताह में 100 पीएआई हृदय रोग रहित लंबा और स्वस्थ जीवन दे सकता है। मगर अब हमारे नए अध्ययन से पता चलता है कि पीएआई लोगों को सेहतमंद शारीरिक वजन बनाए रखने में भी मदद कर सकता है। द लैंसेट रीजनल हेल्थ में प्रकाशित हुए इस अध्ययन में 85000 से अधिक स्वस्थ नॉर्वेजियन प्रतिभागियों को शामिल किया गया, जिनका 20 सालों से अधिक तक अनुकरण किया गया।
तेज हृदय गति में अधिक पीएआई अंक
पीएआई उन सभी शारीरिक गतिविधियों को मापता है, जिनके कारण हृदय गति एक निश्चित स्तर से ऊपर बढ़ जाती है। हृदय गति जितनी अधिक होगी, उतने ही अधिक पीएआई अंक अर्जित होंगे। पीएआई एल्गोरिदम किसी की भी व्यक्तिगत प्रोफाइल और अवधि के दौरान हृदय गति में भिन्नता के आधार पर साप्ताहिक स्कोर की गणना करता है। हेल्थ ऐप के जरिए पीएआई स्कोर को आसानी से मापा जा सकता है, जो आईफोन और एंड्रॉइड दोनों पर मुफ्त में उपलब्ध हैं।
100 पीएआई का आंकड़ा वजन काबू रखेगा
नए अध्ययन में नॉर्वे में एक जनसंख्या स्वास्थ्य अध्ययन से डाटा लिया गया है। यह अध्ययन दुनिया के सबसे बड़े और लंबे स्वास्थ्य सर्वे में से एक है। 1984 से शुरु हुए अध्यययन में कुल 85000 प्रतिभागियों का वजन तौला गया और 2008 तक तीन बार उनकी शारीरिक गतिविधि के स्तर के बारे में पूछा गया। 1984 और 2008 के बीच औसतन प्रतिभागियों के शरीरिक वजन में लगभग आठ किलो इजाफा हुआ। महिलाओं और पुरुषों दोनों में यह देखने को मिला। गौर करने वाली बात यह है कि इस अवधि के दौरान कम से कम 100 साप्ताहिक पीएआई पॉइन्ट हासिल करने वालों में प्रतिभागियों का शारीरिक वजन काफी कम बढ़ा।
प्रभावी रणनीति बनाने में मददगार
अधिक वजन और मोटापा एक प्रमुख स्वास्थ्य समस्या है, जो हर साल दुनियाभर में लगभग 50 लाख लोगों की मौत का कारण बनती है। शोधकर्ताओं ने कहा कि हम पहले से जानते हैं कि वजन घटाने में शारीरिक गतिविधि एक प्रभावी रणनीति है। मगर नए अध्ययन और पिछले पीएआई अध्ययनों से यह संकेत मिला है कि पीएआई लोगों को मार्गदर्शन कर सकता है, ताकि वे वजन बढ़ने के स्वास्थ्य संबंधी खतरों से बचने के लिए हर हफ्ते पर्याप्त शारीरिक गतिविधि कर सकें।
मृत्यु का जोखिम 25 प्रतिशत कम
पीएआई मीट्रिक को कई अन्य अध्ययनों में भी प्रभावी माना गया है। इसमें कई सटीक परिणाम शामिल हैं, जिसमें द अमेरिकन जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन भी शामिल है। इसके मुताबिक 100 पीएआई या उससे अधिक बनाए रखने वाले व्यक्तियों में दिल संबंधी रोगों से होने वाली मृत्यु दर का जोखिम औसतन 25 प्रतिशत कम था और इसके अलावा जिंदगी में पांच साल का इजाफा होने की संभावना होती है।