वास्तु शास्त्र में आज हम बात करेंगे उत्तर-पूर्व दिशा में यानि उत्तर-पूर्व में शौचालय के निर्माण की। उत्तर पूर्व दिशा अज्ञानता के अंधकार को दूर करने वाली मानी जाती है। सभी प्राणियों के स्वामी भगवान शिव का वास इसी दिशा में माना जाता है। यह किसी भी घर में सबसे महत्वपूर्ण स्थान होता है। घर का यह कोना पूजा या ध्यान के लिए उपयुक्त होता है।

घर की इस दिशा में शौचालय जहर के समान है, अर्थात इस दिशा में शौचालय का निर्माण पूर्णत: प्रतिबंधित है। यहां बता दें कि ईशान कोण में गड्ढा होना शुभ माना जाता है, इसलिए कुछ लोग खुशी-खुशी ईशान कोण में शौचालय का गड्ढा बना लेते हैं, लेकिन यह बिल्कुल भी उचित नहीं है। अगर किसी कारण से ईशान कोण में शौचालय बनवाना हो तो ध्यान रखें कि शोक के गड्ढ़े को उत्तर दिशा में शिफ्ट करने की सलाह दी जाती है।

यदि ईशान कोण में पहले से ही शौचालय है और उसे हटाना संभव नहीं है तो उस दिशा में उपाय के रूप में पीला रंग करना चाहिए और शिकार करते हुए शेर को दिशा में पेंट करना चाहिए।

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