इंटरनेट डेस्क. भारतीय लोगों में वास्तु शास्त्र का महत्व इसलिए माना जाता है क्योंकि वास्तव शास्त्रों में मानव जीवन में आने वाली हर समस्या के समाधान के लिए कई करे के नियम और उपाय बताए गए हैं जिन्हें अपनाकर वास्तु दोष और सभी समस्याओं को दूर किया जा सकता है वास्तु शास्त्र में हमारे जीवन में आने वाली सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा को लेकर कहीं बातें बताई गई है। वास्तु शास्त्र में हमारी जीवन से जुड़ी हर चीज के लिए एक निश्चित दिशा बताई गई है। वास्तुशास्त्र के नियमों का पालन ना करने से इसका प्रभाव हमारे जीवन में देखने को मिलता है आइए आज इस लेख के माध्यम से आपको बताते हैं कि वास्तु शास्त्र के अनुसार जूते चप्पल को घर में किस तरह से रखना चाहिए और किस तरह से नहीं। आइए जानते है विस्तार से -

* वास्तु शास्त्र के अनुसार जूते चप्पलों कभी भी उल्टा नहीं रखना चाहिए क्योंकि इससे आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है और परिवार के लोगों के बीच में झगड़े हुई होते हैं। घर में जूते चप्पल को उल्टा रखने से आपके घर में अशांति रहती है और उल्टे रखे हुए जूते चप्पल आपके घर में आने वाले धन का रास्ता रोकते है।

* वास्तु शास्त्र के अनुसार जूतों को उत्तर पूर्व दिशा में रखने से मां लक्ष्मी नाराज होती है क्योंकि उत्तर पूर्व दिशा को मां लक्ष्मी का वास बताया जाता है और इस दिशा में जूते चप्पल रखने से नकारात्मक ऊर्जा का संचार होने लगता है।

* वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में जूते चप्पलों को रखने की सही जगह जूतों की अलमारी होती है वास्तु के अनुसार जूतों की अलमारी को हमेशा दक्षिण या पश्चिम दिशा में रखना चाहिए इस दिशा में जूते चप्पल रखना वास्तु के अनुसार सही है।

* वास्तु शास्त्र के अनुसार कभी भी बाहर से आते वक्त अपने जूते चप्पल को दक्षिण दिशा में उतारना सही माना जाता है और बाहर से आते वक्त इस बात का खास ध्यान रखें कि अपने जूते चप्पल को घर के मुख्य दरवाजे पर नहीं उतारना चाहिए क्योंकि इसे वास्तु के अनुसार अशुभ माना जाता है।

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