Vastu Shastra: सावन के महीने में भगवान शिव के मंत्र का जाप करते समय ना करें ये गलतियां !
इंटरनेट डेस्क। भारतीय लोगों में सावन के महीने को बहुत पवित्र मैंने माना जाता है इस महीने को भगवान शिव की आराधना और पूजा के लिए जाना जाता है। सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ की पूजा आराधना करने से उनकी कृपा आपके ऊपर बनी रहती है। इस महीने में ध्यान रखने योग्य बात यह है कि भगवान भोलेनाथ के मंत्र का जाप सही तरीके से किया जाए तभी ही आपकी मनोकामना पूरी होगी। वास्तु शास्त्र मैं बताया गया है कि भगवान भोलेनाथ का मंत्र का जाप करते समय इन खास बातों का रखें ध्यान। आइए जानते है विस्तार से -
* वास्तु शास्त्र के अनुसार भगवान शिव के मंत्रों का जाप करते समय इस बात का खास ध्यान रखेगी जप करते समय आपको जमीन पर नही बैठना चाहिए। इस मंत्र का जाप करने के लिए आप किसी से आसन लिया कुश का आसन बिछाकर बैठ सकते हैं तथा साथ ही इस मंत्र का जाप करने के लिए एक जगह निर्धारित कर ले।
* भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते समय आपका मुंह पूर्व दिशा में होना चाहिए।
* मंत्र का जाप करते समय इस बात का ध्यान रखें कि आपका ध्यान एक जगह एकाग्र हो।
* भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्र का जब आप जितने दिन भी करते हो इतने दिन मांस मदिरा से दूर है।
* मंत्र का उच्चारण जल्दी बाजी में ना करें तथा सही तरीके से करें।
* मंत्र का जाप पूरे विधि विधान से करें।
* भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्र का जाप हमेशा रुद्राक्ष माला से ही करें ।
* भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते समय इस बात का ध्यान रखें कि मंत्र जपते समय दूध में पानी है सीने का अभिषेक करते रहें।
* भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से पहले इसकी संख्या निर्धारित कर ले और निर्धारित संख्या में ही इसका जप करें।