आज के आधुनिक युग में भारत में जनसंख्या के साथ-साथ प्रदूषण की समस्या भी एक चुनौती की तरह है,हालांकि, लोग अब पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझ रहे हैं और जागरुक भी हो रहे हैं।

बता दे की टूरिज्म इंडस्ट्री भी पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारियों समाज रहे है साथ ही इस ओर ध्यान भी दे रही है,बता दे की संसाधन धीरे-धीरे घटते जा रहे हैं, इसलिए स्थिरता समय की जरूरत बन गई है,जिसके चलते अब इको रिजॉर्ट्स का चलन भी बढ़ गया हैपर्यावरण को संरक्षित रखने के उद्देश्य से देश में कई इको रिजॉर्ट बनाए गए हैं,आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिये भारत के कुछ ऐसे ही रिजॉर्ट की सैर करवाने जा रहे हैं,आइये जाने

ये रिजॉर्ट खूमानी, सेब और अखरोट के पेड़ों से घिरा हुआ है,यहां आपको लद्दाख की वास्तुकला का एक बेहतरीन उदाहरण देखने तो मिलेगा,यह रिजॉर्ट लेह के निम्मू गांव से 30 मिनट की दूरी पर स्थित है,इसकी संरचना का निर्माण 20वीं शताब्दी में किया गया था।

ये रिजॉर्ट रणथम्भौर नेशनल पार्क में स्थित है,खेम विलाज के आप-पास आपको काफी सारी हरयाली देखने को मिलेगी, यह रिजॉर्ट बिजली स्टोर करने के लिए सोलर एनर्जी को इस्तेमाल करता है।

ये रिजॉर्ट कान्हा नेशनल पार्क के नजदीक बना है. ये रिजॉर्ट प्रकृति से प्रेम रखने वाले लोगों के अलावा पक्षियों को देखने और साइकिल चलाने वालों के आदर्श जगह से कम नहीं है,बता दे की इस रिजॉर्ट द्वारा अपने मेहमानों के लिए सफारी सेवाएं भी प्रदान की जाती हैं।

केरल में स्थित कोकोनट लैगून नाम के ईको रिसोर्ट में आपको पारंपरिक केरल वास्तुकला देखने को मिलेगी, इस रिसोर्ट में आपको बोट राइडिंग का मौका भी मिलेगा।

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