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हिमाचल प्रदेश में घूमने के लिए कई जगहें हैं जिस से ये सभी तरह के विजिटर्स को आकर्षित कीरता है। साहसिक प्रेमियों से लेकर शांति चाहने वालों, प्रकृति प्रेमियों तक, हर किसी के पास यहां विकल्प हैं। अगर आप बजट यात्रा के बारे में सोच रहे हैं तो भी आप हिमाचल को अपनी सूची में शामिल करने पर विचार कर सकते हैं। हरी-भरी घाटियाँ और बर्फ से ढके पहाड़ इतना मनमोहक नजारे पेश करते हैं कि उनमें खो जाने का मन करता है।

यदि आप घूमने के लिए बजट-फ्रेंडली डेस्टिनेशंस की तलाश में हैं, तो आप कियारीघाट की यात्रा की योजना बना सकते हैं।

कियारीघाट हिल स्टेशन:
कियारीघाट कालका-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। यह शिमला से 27 किलोमीटर और सोलन से 19 किलोमीटर दूर है। ओक और देवदार के पेड़ों से घिरी यह जगह भीड़ और शोर से दूर है, जिससे आप क्वालिटी टाइम बिता सकते हैं।

एप्पल कार्ट इन:
'द एप्पल कार्ट इन' कियारीघाट में आकर्षण का केंद्र है। यह एक समय डाकघर था, लेकिन अब इसमें कई रेस्तरां हैं। यहां आप दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताते हुए पारंपरिक हिमाचली और उत्तर भारतीय व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं।

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चूड़धार वन्यजीव अभयारण्य:
जब कियारीघाट में हों, तो हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में स्थित चूड़धार वन्यजीव अभयारण्य की यात्रा के लिए कुछ समय निकालें। लगभग 56 वर्ग किलोमीटर में फैले इस वन्यजीव अभयारण्य को 'चूर चांदनी' के नाम से भी जाना जाता है और यह रहस्य से घिरा हुआ है। अभयारण्य का नाम पवित्र चूड़धार चोटी के नाम पर रखा गया है, जहां भक्तों का मानना है कि वे श्रीगुल महाराज के रूप में भगवान शिव की एक झलक पा सकते हैं।

करोल गुफा:
करोल गुफा हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में करोल पर्वत पर स्थित है। यह प्राचीन गुफा आज भी रहस्यमयी है। इस गुफा को देखने के लिए करोल पर्वत की चोटी तक की यात्रा करनी पड़ती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस गुफा में भगवान शिव और पांडवों ने तपस्या की थी। इसलिए इसे पांडव गुफा के नाम से भी जाना जाता है। गुफा के अंदर आप एक शिव लिंगम भी देख सकते हैं।

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कैसे पहुंचे :

कियारीघाट पहुंचने के लिए निकटतम हवाई अड्डा शिमला का जुब्बरहट्टी हवाई अड्डा है।

यदि आप ट्रेन से यात्रा कर रहे हैं, तो निकटतम रेलवे स्टेशन कंडाघाट है।

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