रिश्ते में प्यार और मजबूती के लिए कपल्स के बीच सम्मान, पर्सनल स्पेस और एक दूसरे पर भरोसा करना बेहद जरूरी है। कई बार कपल्स एक-दूसरे की जिंदगी में इतना ज्यादा दखल देने लगते हैं कि शक या झगड़े के चलते रिश्ता ही टूट जाता है। ऐसे में प्रत्येक कपल्स को अपने पार्टनर की निजी पसंद-नापसंद, काम और समय का महत्व जरूर समझना चाहिए। कई बार शक के चलते भी लोग अपने पार्टनर के पर्सनल स्पेस में दखल देते हैं। इस स्टोरी में हम वो 5 गलतियां बताने जा रहे हैं, जो कपल्स के बीच रिश्ते में दरार की वजह बनती है।

1- हर वक्त ताक.झांक करना

पार्टनर की बात को छुपकर सुनना, उसके फेसबुक, व्हाॅट्सएप पर नजर रखना, हमेशा इमेल चेक करते रहना इस बात के संकेत हैं कि आपका पार्टनर गलत दिशा में जा रहा है। ऐसे में अपने पार्टनर से आपको प्यार से बात करनी चाहिए। हर इंसान को इतनी पर्सनल स्पेस तो मिलनी ही चाहिए, जिससे वह अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और प्रोफेशनल दोस्तों से मिलजुलकर बात-चीत कर सके।

2- पार्टनर के निजी राय की अनदेखी करना

कपल्स रिश्ते के एक ही धागे में बंधे होते हैं। लेकिन किसी भी मुद्दे पर दोनों की राय अलग-अलग हो सकती है। इसलिए हर कपल्स को एक दूसरे के निजी राय का सम्मान करना चाहिए। कई बार जिम्मेदारियों, खर्चों, पेरेंटिंग, लिविंग स्टाइल या फिर छोटी-छोटी बातों को लेकर होने वाली बहस झगड़े में तब्दील हो जाती है। इसलिए आपके अंदर झगड़े को बातचीत से सुलझाने की कला आनी ही चाहिए।

3- छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा करना


यह अक्सर देखने को मिलता है कि कपल्स एक दूसरे को ताना मारते रहते हैं, तथा छोटी-छोटी बातों को लेकर झगड़ते रहते हैं। इससे रिश्ते में दरार आनी शुरू हो जाती है। इसलिए रिश्ते में यह पता लगाने की कोशिश करें कि आखिर आप अपने पार्टनर से क्यों झगड़ा करते हैं, क्यों बात-बात पर ताना मारते हैं। अपनी कमियों को ढूंढकर इस समस्या का समाधान किया जा सकता है।

4- व्यवहार में अचानक बदलाव


पार्टनर के व्यवहार में अचानक दिखने वाला बदलाव रिश्ते में खतरे का संकेत है। साथी की बातों को गंभीरता नहीं सुनना या फिर उसकी बातों को अनुसना कर देना। हर बात का उत्तर झुंझुलाकर देना, बेवजह गुस्सा करना आदि। ऐसा लक्षण दिखे तो समझिए रिश्ता खतरे में है।

5- बिना वजह बहस करना

रिश्ते में आप दोनों के बीच बहस क्यों होती है। इसे दूर करने की कोशिश करें। जब दो लोगों में बहस हो रही हो तो दूसरे को चुप हो जाना चाहिए। तर्क-वितर्क और बहसबाजी से बचें। कभी भी अपने साथी की कमजोरी का मजाक नहीं उड़ाएं। एक दूसरे पर गलत आरोप लगाने से बचें।

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