हिंदू धर्म में यह मान्यता है कि महालक्ष्मी के साथ ही भगवान विष्णु की भी पूजा करने से धन से जुड़ी सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के मुताबिक, जिन लोगों की कुंडली में गुरु अशुभ स्थिति में होता है, उन्हें भाग्य का साथ नहीं मिल पाता है। इसलिए गुरु के ग्रह दोष दूर करने तथा माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने के लिए गुरुवार के दिन पूजा-अर्चना करनी चाहिए।

गुरुवार को सुबह जल्दी उठें और स्नान आदि करके पीले वस्त्र धारण करें। इसके बाद पूजा गृह में गणेश जी की धूपबत्ती, फूल, चावल से पूजा करें। गणेशजी के बाद भगवान विष्णु की पूजा करते समय ऊँ नारायणाय विद्महे, वासुदेवाय धीमहि, तन्नो विष्णु प्रचोदयात् मंत्र का जाप करें।

इसके बाद भगवान विष्णु को पहले जल से फिर पंचामृत से और वापिस जल से स्नान कराएं। श्रीहरि को पीले वस्त्र अर्पित करें। सुगंधित इत्र अर्पित करें। तिलक करें। भगवान विष्णु को तुलसी दल अर्पित करते हुए उनके समक्ष धूप और दीप जलाएं। नेवैद्य अर्पित करने के बाद श्रीहरि की परिक्रमा करें। ध्यान रखें, पूजा के दौरान भगवान विष्णु को चावल नहीं चढ़ाएं।

हिंदू धर्मशास्त्रों के अनुसार, गुरुवार के दिन अन्न दान तथा पीले वस्त्रों का दान करना शुभ माना गया है। गुरुवार को सत्यनारायण की कथा पढ़ने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।

Related News