आप ने बहुत से देवी-देवताओं के मंदिर देखे होंगे जिनमें तरह-तरह के रूप में देवी देवताओं की मूर्तियां होती हैं। पर क्या आप ने किसी ऐसे मंदिर के बारे में सुना है जहां की मिट्टी लगाने से शरीर के सारे दर्द दूर हो जाते हैं। हम ले चलते है ऐसे मंदिर में जहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु दुख दर्द दूर करने आते हैं।

हमीरपुर जिले के झलोखर गांव का यह प्राचीन मंदिर मां भुनेश्वरी के नाम ने जाना जाता है। यह स्थान कभी बस्ती से सैकड़ों मील दूर हुआ करता था। लोगों का मानना है की लगभग 200 वर्ष पूर्व एक नीम के पेड़ से मूर्ति निकली तो लोग इसे देखने के लिए दूर-दूर से आये। श्रद्धालुओ ने यहां की मिट्टी को तिलक समझ कर लगाया तो शरीर के सारे दर्द दूर हो गये। इसके बाद से यह स्थान भुनेश्वरी के मंदिर के नाम से प्रसिद्ध हो गया। आज भी यहां बात रोग से पीड़ित लोग आते है और यहां की मिटटी को शरीर पर मल कर सभी रोगों से मुक्त होकर जाते है।

भुनेश्वरी मंदिर की मिट्टी की जांच कई बार वैज्ञानिकों ने की लेकिन पता नहीं लग सका कि इस मिट्टी में कौन ऐसे तत्व हैं कि एक मुट्ठी मिट्टी किस तरह शरीर पर लगते ही सारे दर्द खत्म कर देती है। स्थानीय लोगों की माने तो मंदिर में माँ भुनेश्वरी का आशीर्वाद है जो भी तालाब में नहाने के बाद मिट्टी लगायेगा उसके सारे दुख दर्द दूर हो जायेगे। मंदिर में आज तक कोई छत नहीं डला सका। यहां पर दीवार खड़ी करते ढह जाती है। जानकारों का कहना है यहां मिट्टी शरीर पर लगाने से गठिया रोग दूर हो जाता है।

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