इंटरनेट डेस्क। 11 अगस्त को साल का तीसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण पड़ने का रहा है। हालाँकि भारत में यह सूर्य ग्रहण आंशिक होगा लेकिन चूँकि इस बार सूर्य ग्रहण, अमावस्या और शनिवार एक ही दिन है, जिसकी वजह से यह काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दिन नकारात्मक ऊर्जाएं अधिक सक्रिय होती है। जब इस तरह का कोई मुहूर्त होता है तो इसे महासंयोग कहा जाता है।

ज्योतिष के अनुसार 11 अगस्त को सूर्य ग्रहण के साथ अमावस्या और शनिवार होने के कारण इसके नकारात्मक प्रभाव ज्यादा हो सकते है। हालाँकि आप इसी हरियाली अमावस्या का इस्तेमाल इन नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए कर सकते है। आप अपने घर में बेल का पेड़ लगाकर इन नकारात्मक प्रभावों से बच सकते है।

चूँकि अभी सावन का महीना चल रहा है और बेलपत्र भगवान शिव को बहुत प्रिय है इस वजह से बेल के पेड़ का महत्व और भी बढ़ जाता है। हरियाली अमावस्या के दिन बेल का पेड़ लगाना आपके लिए भगवान शिव के आशीर्वाद के साथ सौभाग्य भी लेकर आता है और यह आपको सूर्य ग्रहण के असर से भी रक्षा करेगा।

शिव पुराण के अनुसार जिस घर में यह पेड़ होता है वह घर काशी की तरह शुद्ध हो जाता है। उस घर को कोई भी बुरी शक्ति प्रभावित नहीं कर पाती है। अगर आप अपने घर में लगे हुए बेल के पेड़ के पत्ते शिवलिंग पर चढ़ाते है तो आपके सभी पाप धुल जाते है।

Related News