यह दुनिया में सबसे ज्यादा देखी जाने वाली फूलगोभी है कई अन्य देशों की तरह, यह 2,000 रुपये से 2,200 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिकती है। इसके अजीब दिखने के पीछे का कारण इसका पिरामिड के आकार का टूटा हुआ फूल (फ्रैक्टक फ्लोरेट्स) है। वैज्ञानिक अब यह पता लगाने गए हैं कि फूलगोभी का यह फूल क्यों दिखाई देता है।

इस फूलगोभी के फूल को रोमनेस्को फूलगोभी कहा जाता है। इसे रोमनस्को ब्रोकली भी कहा जाता है। वनस्पति विज्ञान की भाषा में इसे ब्रैसिका ओलेरेशिया कहा जाता है। इस प्रजाति के तहत आम फूलगोभी, फूलगोभी, ब्रोकोली और केल जैसी सब्जियां उगाई जाती हैं। रोमनस्को फूलगोभी चयनात्मक प्रजनन का एक अच्छा उदाहरण है फ्रेंच नेशनल सेंटर फॉर साइंटिफिक के वैज्ञानिक फ्रांस्वा पारसी और उनके सहयोगी अब समझ गए हैं कि रोमनस्को फूलगोभी के फूल इतने अजीब क्यों होते हैं। इन लोगों ने अपने अध्ययन में पाया कि इस फूलगोभी और रोमनेस्को फूलगोभी के बीच दिखाई देने वाली दानेदार फूल जैसी आकृति वास्तव में फूल बनना चाहती है लेकिन फूल नहीं हो सकती। इस कारण यह कली जैसी कलियों में रहता है। यही कारण है कि ऐसा दिखता है।

रोमनस्को फूलगोभी यह अविकसित फूल रिटर्न शूट बन जाता है। यह फिर से फूलने की कोशिश करता है। असफल भी। यह प्रक्रिया इतनी बार-बार होती है कि एक कली दूसरे के ऊपर, एक तिहाई उसके ऊपर और फिर एक पिरामिड जैसी स्थिति बना लेती है। यह एक हरे पिरामिड जैसी संरचना बनाता है।

जॉर्जिया विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक एलेक्जेंडर बुक्स का कहना है कि आखिर हमारे पास रोमनस्को फूलगोभी और एक अन्य फूल की सच्ची कहानी है। यह जानना जरूरी था कि पिरामिड जैसी आकृति का निर्माण कैसे हुआ। तो अगर ऐसे सब्जी फल और उपज में किसी भी प्रकार की बीमारी है तो इसमें सुधार किया जा सकता है लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जैविक रूप से आंकड़ों को कैसे नियंत्रित किया जाता है।

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